
पीएम आवास : विधानसभा घेरने निकले भाजपाई, पुलिस के साथ हुई झूमाझटकी…
इस दौरान पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की जमकर झूमाझटकी भी हुई। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर केनन चलाई, भीड़ को तितर-बितर करने स्मोक बम फेंके। वहीं पुलिस ने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को गिरफ्तार कर लिया है।
कार्यकर्ताओं की भीड़ विधानसभा परिसर के नजदीक (जीरो प्वाइंट) तक पहुंच गई है। विधानसभा जाने वाले रास्ते में जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात है। कोशिश है कि किसी भी तरह से कार्यकर्ताओं को रोका जाए। मगर कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार आगे बढ़ रही है। घेराव शुरू होने से पहले ही भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 2 किलोमीटर पहले सड़क पर लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ दी थी। इसके बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ पहुंची।
घेराव करने निकले प्रदेश अध्यक्ष जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भी अरेस्ट किया गया है।र
इससे पहले हुई सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि इस बार यहां सरकार बदलनी है। नवंबर तक ये आंदोलन हमको करना है। आज मुझे और रमन सिंह को भी लगभग एक घंटे जाम में फंसे रहना पड़ा। सड़क पर भी ऐसी ही भीड़ दिखनी चाहिए। उधर, विधानसभा घेरने निकले भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 2 किलोमीटर पहले सड़क पर लगाई गई बेरिकेडिंग तोड़ दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ईडी-आईटी के छापे में इनके अधिकारी जेल जा रहे, राज्य में भ्रष्टाचार फैला है। उन्होंने कहा कि यदि आवास नहीं दोगे तो हम सरकार बदलकर 16 लाख आवास बना देंगे। 4 किलोमीटर तक कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दी है। हम लोग सरकार को चेतावनी देने के लिए आए हैं। बताने आए हैं कि आवास की जो योजना है। ये आवास गरीब जनता का है।16 लाख आवास देना पड़ेगा। मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्यों इस्तीफा दे दिया। कोयले की दलाली में सबके चेहरे काले पड़ गए हैं।
वहीं कार्यक्रम में झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि आज के घेराव से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की जनता बदलाव के मूड में है। आजादी के इतने सालों के बाद भी यहां गरीबों को आवास की सुविधा नहीं मिली है। 7.5 लाख बेघरों का घर बनाने का काम रमन सिंह ने किया था। आज यह जनता सरकार से पूछ रही है कि आपने कितने लोगों को आवास दिया। कांग्रेस सरकार में गरीबों की योजना लागू नहीं की जा रही है। यहां सरकार के संरक्षण में शराब सिंडिकेट चल रहा। कोल सिंडिकेट चल रहा है। झारखंड में भी यह चल रहा है।