Uncategorizedछत्तीसगढ़ब्रेकिंग न्यूज़

254 शिक्षकों पर गिरेगी गाज, इस लापरवाही के चलते काटा जाएगा वेतन, जानिए…

जांजगीर–चांपा। जिले की कलेक्टर ने शिक्षा में गुणवत्ता लाने बेहतर प्रयास किया है। कलेक्टर का मानना है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति जरूरी है। यदि शिक्षक रोजाना पूरे समय स्कूल में रहकर अध्यापन कार्य करवाएंगे तो ही सरकारी स्कूलों के रिजल्ट में सुधार लाया जा सकता है। जिसके लिए कलेक्टर ने नया प्रयोग करते हुए डीईओ–बीईओ, राजस्व अधिकारियों एसडीएम, तहसीलदार को स्कूलों की लगातार मॉनिटरिंग करने कहा है। इस दौरान अनुपस्थित शिक्षकों पर लगातार कार्यवाही भी की जा रही है।

WhatsApp Image 2025-09-25 at 3.01.05 AM

कलेक्टर द्वारा नियुक्त मानिटरिंग अधिकारी लगातार जिले के ग्रामीण अंचलों के स्कूलों में पहुंच रहे हैं। और बिना अवकाश लिए स्कूल से नदारद शिक्षक– शिक्षिकाओं पर कार्यवाही हेतु शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दे रहे हैं। अभी तक के स्कूलों में शिक्षक बिना अवकाश के केवल आवेदन पत्र देकर छुट्टी मार देते थे। इस दौरान यदि किसी अधिकारी का दौरा हुआ और शिक्षकों के अनुपस्थिति के बारे में पूछा जाता तो उन्हें छुट्टी पर बता रजिस्टर में एंट्री कर दी जाती थी। पर सब कुछ ठीक रहने पर दूसरे दिन आवेदन फाड़ दिया जाता था।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

 अब कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर स्कूलों के औचक निरीक्षण में पहुंच रहे अधिकारी सबसे पहले पाठकान( उपस्थिति) रजिस्टर का अवलोकन कर रहे हैं। और स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं। और शिक्षकों के अनुपस्थित रहने पर उच्च अधिकारियों को जानकारी दे रहे हैं। इस दौरान स्कूल से नदारद शिक्षक–शिक्षिकाओं के 1 दिन के वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है।

बताते हैं यह कवायद इसलिए की जा रही है क्योंकि 10 वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम इस वर्ष निराशाजनक रहा है। बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में जांजगीर जिला दसवीं में 32 वें नंबर पर वही 12 वीं में 33 वें नंबर पर था। जिसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने स्कूलों के परिणाम सुधारने कार्य योजना बनाई है। पढ़ाई में सुधार हेतु वह लगातार शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ले रहीं हैं, और प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूलों तक के शैक्षणिक गतिविधियों पर फोकस किया जा रहा है।

इस दौरान कलेक्टर लगातार स्कूलों में उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु लगीं हुई हैं। 26 जून को शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के बाद 29 जुलाई तक कुल 254 शिक्षक शिक्षिकाओं ने कलेक्टर के निर्देशानुसार बिना पूर्व सूचना व आवेदन के स्कूलों से छुट्टी मारी है। जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी ने बिना पूर्व सूचना एवं आवेदन के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का अनुपस्थिति दिवस का वेतन कटौती के निर्देश आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को जारी किए हैं।

Pradesh Khabar

e6e82d19-dc48-4c76-bed1-b869be56b2ea (2)

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!