इतने लोगों के नरसंहार के बाद कारीगरी कर झूठ बोल चले गए प्रधानमंत्री- नरेंद्र मोदी पर रवीश कुमार का तंज
टीवी पत्रकार की हालिया टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस भाषण पर आई है, जो उन्होंने सात जून, 2021 को दिया। पीएम ने इस दौरान कहा कि अब 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए भी राज्यों को टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। (फाइल फोटेः एक्सप्रेस/FB-RavishKaPage)
टेलीविजन पत्रकार रवीश कुमार ने कोरोना वायरस संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। देश के नाम सोमवार को पीएम के संबोधन के संदर्भ में उन्होंने कहा है कि प्रधानसेवक इतने सारे लोगों के नरसंहार के बाद कारीगरी कर झूठ बोलकर चले गए
पत्रकार के मुताबिक, टीके को लेकर शुरू से झूठ बोला गया। बिना टीके के आर्डर के दुनिया का सबसे बड़ा टीका अभियान बताया गया। जब झूठ के सारे दरवाज़े बंद हो गए तब पीएम ने भाषण के पतले दरवाज़े से अपने लिए निकलने का रास्ता बना लिया। यह भाषण मिसाल है कि कैसे जनता को फंसा कर खुद निकल जाया जाता है।
NDTV के वरिष्ठ पत्रकार ने यह बात मंगलवार (आठ जून, 2021) को किए एक फेसबुक पोस्ट में कही। उनके मुताबिक, “सात जून, 2021 के राष्ट्र के नाम संबोधन को सुनते हुए लिखना चाहिए। लिखने के बाद ध्यान से पढ़ना चाहिए, तब पता चलेगा कि इतने लोगों के नरसंहार के बाद कोई नेता किस तरह की कारीगरी करता है। कैसे वह खुद को सभी जवाबदेहियों से मुक्त करते हुए, दूसरों पर दोष डाल कर जनता को एक भाषण पकड़ा जाता है।”
बकौल रवीश, “यह भाषण ठीक वैसा ही है। एक लाइन की बात कहने के लिए दाए-बाए की बातों से भूमिका बांधी गई। नीति, नियत, नतीजे और न जाने न से कितने शब्दों को मिलाकर वाक्य बना लेने से जवाबदेही ख़त्म नहीं हो जाती। जब लाशों की गिनती का पता नहीं, हर दूसरे तीसरे घर में मौत हुई हो, उसके बीच से ख़ुद को निर्दोष बताते हुए निकल जाना नेतागिरी की कारीगरी हो सकती है, ईमानदारी की नहीं।”
ब्रेकिंग न्यूज़ : स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा 18+ वालों को निःशुल्क टीकाकरण उपलब्ध कराने के निर्णय का हम स्वागत करते हैं परंतु विलंब से लिया गया यह फैसला तभी कारगर साबित होगा जब समय रहते वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा राज्य सरकारों को उपलब्ध कराई जाएगी। प्रतिष्ठित मीडिया इकाई Asian News International (ANI) से टीकाकरण प्रक्रिया के सुचारू क्रियान्वयन के संदर्भ में चर्चा कर सुझाव साझा किए।












