छत्तीसगढ़महासमुंदराज्य

सामुदायिक सहभागिता से बदली प्राथमिक शाला मुंधा की तस्वीर

महासमुन्द : सामुदायिक सहभागिता से बदली प्राथमिक शाला मुंधा की तस्वीर

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सफलता की कहानी

शासकीय प्राथमिक शाला मुंधा विकासखंड सरायपाली

शासकीय प्राथमिक शाला मुंधा विकासखंड सरायपाली के शिक्षकों द्वारा बच्चों के अधिगम स्तर को सुधारने कई तरह के नवाचार किए जा रहे हैं । राज्य शासन द्वारा बच्चों की पढ़ाई स्तर सुधारने जो प्रयास किये जा रहे है ,उसके सुखद परिणाम भी सामने आने लगे हैं । शासकीय प्राथमिक शाला मुंधा के प्रधान पाठक श्रीमती शीला विश्वास एवं ‍शिक्षकों के ऐसे ही नवाचार और पहल से यहां के शिक्षा स्तर में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। सरायपाली के उत्तर में 14 किलोमीटर दूर ग्रामीण परिवेशीय गांव मुंधा है। जहां के लोग कृषि एवं मजदूरी पर निर्भर है।
प्रधान पाठक श्रीमती शीला विश्वास बताती हैं – मैं जब प्राथमिक शाला मुंधा मे आई परिस्थितिया विपरीत थी और ऐसी परिस्थिति में कार्य करना आसान नही था लेकिन बस मैने मन में ठान लिया था इस अंधेरे से खुद अकेले नहीं निकलना है बल्कि अपने बच्चो के साथ अंधेरो को चीरते आगे बढ़ना है फिर चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी क्यो न हो ।
विद्यालय सक्रियता या उसकी सुरक्षा की बात हो तो बिना विद्यालय प्रबंधन समिति को सक्रिय किए बिना हम यह नही कर सकते । इसलिए सर्व प्रथम मैने विद्यालय प्रबंधन समिति को सक्रिय किया साथ ही साथ विद्यालय, परिवार और समुदाय के बीच सामंजस्य स्थापित किया। शाला में कक्षा-कक्ष साधारण थे और शाला मे कोई अतिरिक्त गतिविधि नहीं होती थी । जिससे बच्चो को पढ़ाई में कोई खास रुचि नहीं थी। तभी यहां के शिक्षकों द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बीआरसीसी सतीश स्वरूप पटेल के मार्गदर्शन एवं संकुल समन्वयक पुरूषोत्तम पटेल के निर्देशन में कुछ नवाचार किये गए जैसे- विद्यालय संचालन हेतु नवाचार मे प्रार्थना सत्र मे प्रतिदिन अलग – अलग बच्चो द्वारा प्रार्थना संचालन माईसेल्फ इन्ट्रोडक्शन, सामान्य ज्ञान, प्रश्नोत्तरी की जानकारी विशेष दिनों की जानकारी, प्रमुख समाचार पत्रों के महत्वपूर्ण समाचार वाचन करना, विषय को रुचिकर बनाने पाठ्‌यक्रम की आवश्यकता अनुसार शिक्षण अधिगम सामग्री निर्माण कर विद्यार्थीयो को प्रोत्साहित किया गया तथा गतिविधि आधारित शिक्षण प्रारंभ किया हमारे स्कूल मे बाल केबिनेट गठन और एसएमसी के सदस्यो को क्रियाशील कर माता उन्मुखीकरण (अंगना म शिक्षा) कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसका समुचित प्रभाव देखने को मिलने लगा ।

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प्रत्येक ‍शनिवार को होती है गतिविधि आधारित शिक्षा

प्रधान पाठक के नेतृत्व में यहां के शिक्षकों द्वारा प्रत्येक शनिवार सुरक्षित शनिवार और बाल सभा का आयोजन किया जाता है जिसमे लेखन, गायन, पेपर क्राफट, चित्रकला, योगाभ्यास भी करवाया जाता है। स्वयं प्रधान पाठक शीला विश्वास के द्वारा स्कूल में वाल पेंटिंग किया गया ताकि बच्चो को प्रिंट रिच वातावरण मिल सके और चित्रकला के प्रति उनकी रुचि जागृत हो और चित्रकला के प्रति उनकी रुचि जागृत हो। आज प्रतिदिन स्कूल में Nicler app के माध्यम से पढ़ाई , मुस्कान पुस्तकालय, टीएलएम ‘कार्नर, खिलौना कार्नर, जन्मदिन, बोर्ड, स्टार आफ द मंथ, और स्टार आफ द ईयर चयन विद्यार्थीयो मे का अच्छे कार्य करने के प्रति स्पर्धा जागृत करने हेतु स्वच्छता, नियमित उपस्थिति, सर्वाधिक मेधावी, सर्वाधिक अनुशासित बच्चों को सम्मानित किया जाता है। स्कूल मे किचन गार्डन, वृक्षारोपण किया गया जिससे बच्चों को पोषक तत्व एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। आज यहां बच्चे हंसते खेलते पढ़ाई कर रहे हैं। पालक भी इस बदलाव से खुश हैं।

Ashish Sinha

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