राम मंदिर ट्रस्ट पर लगा जमीन खरीद में घोटाले का आरोप, चंपत राय ने बयान जारी कर दी सफाई
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में घोटाले का आरोप:पूर्व मंत्री का सवाल- 2 करोड़ की जमीन 10 मिनट में 18.5 करोड़ की कैसे हो गई
संजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आरोपों को खारिज करते हुए समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार बताया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर राम मंदिर पर सियासत शुरू हो गई है. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया है. वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग जमीन खरीद के संबंध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहें हैं.
क्या बोले संजय सिंह?
संजय सिंह ने बीते रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया ट्रस्ट की श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 2 करोड़ की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए.संजय सिंह ने कुछ दस्तावेज पेश करते हुए कहा, “कल्पना भी नहीं की जा सकती कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के नाम पर कोई घोटाला और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत करेगा. राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय जी ने करोड़ों रुपए चंपत कर दिए.”
ट्रस्ट ने कहा “वहाँ ज़मीन महँगी है”
झूठ पकड़ा गया ज़मीन की मालियत 5 करोड़ 80 लाख है ये ज़मीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को 2 करोड़ में मिल जाती है तो 5 मी. बाद ट्रस्ट को 18.5 करोड़ में क्यों मिली?
क्या 5.50 लाख रु प्रति सेकेंड ज़मीन महँगी हो सकती है? #RamMandirScam pic.twitter.com/iDWsd7MC0H— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 13, 2021
उन्होंने दावा किया कि अयोध्या सदर तहसील के बाग बिजैसी गांव में 5 करोड़ 80 लाख रुपये की मालियत वाली गाटा संख्या 243, 244 और 246 की जमीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी नामक व्यक्तियों ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक से 18 मार्च 2021 को 2 करोड़ रुपए में खरीदी थी. इसके पांच मिनट बाद ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने यह जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. दोनों ही जमीन खरीदी में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र और अयोध्या के मेयर राकेश उपाध्याय विटनेस रहे.
कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने किया ट्वीट
इस मामले में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा, ” हे राम, ये कैसे दिन…आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं. सवाल है कि दो करोड़ में खरीदी जमीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को 18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है…कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुं ओर!”
हे राम,
ये कैसे दिन…आपके नाम पर चंदे लेकर घोटाले हो रहे है।
बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ से अहंकार में मदमस्त हैं।सवाल है कि ₹2 करोड़ में ख़रीदी ज़मीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को ₹18.50 करोड़ में कैसे बेची?
अब तो लगता है …
कंसो का ही राज है, रावण हैं चहुँ ओर ! https://t.co/LAAROFZCMU— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 13, 2021
सपा के पूर्व मंत्री ने की CBI जांच की मांग
समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद घोटाले का आरोप लगाया और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की.
चंपत राय ने आरोपों को किया खारिज
राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग ज़मीन ख़रीद के सम्बंध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहें हैं। pic.twitter.com/jfENrubyOp
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) June 13, 2021
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से रविवार देर रात एक प्रेस रिलीज जारी कर आरोपों को निराधार बताया गया. चंपत राय ने कहा कि 9 नवंबर, 2019 को श्री राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद अयोध्या में जमीन खरीदने के लिए देश के कई लोग आने लगे. वहीं खुद उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के विकास के लिए बड़ी मात्रा में जमीन खरीद रही है, इस कारण अयोध्या में जमीनों के दाम बढ़ गए हैं.
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