
कृषि अधिकारियों ने दी किसानों को सामयिक सलाह
प्रभा आनंद सिंह यादव/ब्यूरो चीफ/ सरगुजा// सरगुजा जिले के कृषि अधिकारियों ने जिले के किसानों का सामयिक सलाह दी है। उन्होने खरीफ फसलों, फल एवं सब्जियों की बुवाई के साथ ही पशुपालन के संबंध में आवश्यक सलाह दी है। कृषि अधिकारियों ने कहा है कि खेतों कि साफ सफाई एवं मेड़ो कि मरम्मत करना चाहिए, खरीफ फसल की खेती के लिए बीज एवं उर्वरक की अग्रिम व्यवस्था कर ले धान की जैविक खेती के लिए हरी खाद की फसल जैसे-ढेंचा,सनई आदि की बोवाई शीघ्र कर ले । धान का थरहा डालने या बोवाई के पूर्व स्वयं उत्पादित बीजों को 17 प्रतिशत नमक की घोल से उपचारित करें । प्रमाणित या आधार श्रेणी के बीजों को पैकेट मे प्रदाय किये गये फफूंदनाशक दवाई से अवश्य उपचारित कर लें । धान की नर्सरी के लिए गोबर खाद की व्यवस्था कर लें । सुनिश्चित सिंचाई के साधन उपलब्ध होने की स्थिति में धान का थरहा तैयार करने के लिए धान की रोपाई वाले कुल क्षेत्र के लगभग 1/10 भाग में नर्सरी तैयार करे इसके लिए मोटा धान वाली किस्मों की मात्रा 50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर या पतला धान की किस्मो की मात्रा 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बीज डाले। सोयाबीन ,मक्का, मूंगफली आदि फसलों की बीजों की बुवाई के लिए खेतों को गहरी जुताई कर तैयार कर लें। बहुवर्षीय घास को नष्ट कर लें। गन्ने की नई फसल में आवश्यकतानुसार निदाई-गुड़ाई एवं सिचाई करें। कृषि अधिकारियों ने यह भी कहा है कि यदि वें फलदार पौधे लगाना चाहतें है तो खेतों की तैयारी कर लें। गड्ढो में मिट्टी के साथ सड़ी हुई गोबर की खाद, दीमक मारने की दवा एवं अनुशंसित उर्वरक की मात्रा मिलाकर उसे जमीन से 10 सेमी ऊचा भर दें। सीधे बुवाई वाली सब्जियों के उन्न्त किस्मो के बीजों की व्यवस्था रखे एवं योजना अनुसार खेत की तैयारी करे। खरीफ की लता वाली सब्जी जैसे- लौकी, कुम्हड़ा, करेला, बरबटी आदि के बीजों कों लगाने के लिए अच्छी किस्म का चुनाव करेें। अदरक एवं हल्दी की रोपित फसम में मल्चिंग करे जल निकास को वर्षा पूर्व ठीक कर लें। उन्होंने मुर्गियों को रानीखेत बीमारी से बचाने के पहला टीका एफ-1 सात दिनों के अंदर एवं दुसरा टीका आर-2बी, आठ सप्ताह की उम्र में लगावाएं गर्मी के मौसम में मुर्गियों के लिए पीने के पानी की मात्रा 3-4 गुना बढ़ा दें। पशुओं को 50 से 60 ग्राम नमक पानी में मिलाकर पिलाएं। दुधारू पशुओं के आहार मे दाना मिश्रण की मात्रा मिला दें। गलघोटू एवं लंगड़ी रोग से बचाव के लिए टीकाकरण करवाएं।