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उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले माफी मांगनी चाहिए।

उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले माफी मांगनी चाहिए

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जम्मू//रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाग लेने के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी, क्योंकि विश्वसनीयता का संकट भारतीय राजनीति के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।

हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा था कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे क्योंकि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा फिर से मिलने से पहले वे दो विधानसभा क्षेत्रों (गांदरबल और बडगाम) से चुनाव लड़ रहे हैं।

जम्मू हवाई अड्डा मार्ग पर कई पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें अब्दुल्ला की चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर उनकी दोहरी बातों पर सवाल उठाया गया है।
सिंह ने कहा कि भारतीय राजनीति में सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता का संकट है। जब मैं हवाई अड्डे से बाहर आया तो मैंने एक पोस्टर देखा, तो मुझे बहुत दुःख हुआ और मैंने सोचा कि भारतीय राजनीति में क्या हुआ है। पोस्टर में एक युवा नेकां नेता की तस्वीर थी, जो कहा कि राज्य का दर्जा बहाल होने तक चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन अब वे दो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।‘’

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यहां सैनिक कॉलोनी में एक चुनावी रैली में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें कोई समस्या नहीं हो सकती लेकिन मैं आहत हूं क्योंकि कम से कम उन्हें लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी।25 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के चुनाव से पहले, यह उनकी चौथी रैली थी।
मध्य कश्मीर के श्रीनगर, गांदरबल और बडगाम जिलों, साथ ही जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में कुल 26 सीटों पर दूसरे चरण में मतदान होगा।
उनका कहना था कि कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बनाने पर राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा करेंगे।“जब केंद्र में उनकी सरकार नहीं है तो वे ऐसा कैसे करेंगे?” सिंह ने पूछा। केंद्रीय सरकार के बिना राज्य का दर्जा पुनः प्राप्त करना असम्भव है।‘’सिंह ने कहा कि किसी व्यक्ति की सबसे बड़ी संपत्ति उसकी विश्वसनीयता है, इसलिए जो कुछ कहा जाए उसे करना चाहिए, और बात और काम में कोई फर्क नहीं होना चाहिए।रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘वर्ष 1951 से हमारा घोषणापत्र उठा लें, हमने जो कहा है वह किया है.’’ हमने अगस्त 2019 में बहुमत मिलने पर अनुच्छेद 370 को रद्द करने का वादा किया था, लेकिन हमने यह वादा पूरा नहीं किया। भाजपा सरकार जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देगी, उन्होंने कहा। “यह मेरा आश्वासन नहीं है बल्कि क्षेत्र के लोगों को प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया आश्वासन है,” सिंह ने कहा।‘’

Ashish Sinha

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