
सरगुजा में गर्मी के दौरान निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
सरगुजा में गर्मी के दौरान निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
अंबिकापुर – भीषण गर्मी को देखते हुए सरगुजा जिले में नागरिकों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष कदम उठाए हैं। प्रशासन के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिससे पेयजल संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा। इसके लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन 18002330008 जारी की गई है, जहां नागरिक अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
जिला स्तर पर तैनात अधिकारी
जिले में पेयजल संकट से निपटने के लिए कई अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला स्तर पर प्रभारी अरविंद कश्यप को नियुक्त किया गया है, जिनसे 9826471306 पर संपर्क किया जा सकता है। उपखंड स्तर पर अम्बिकापुर उपखंड के लिए विनोद सोनी (मोबाइल नंबर 9424187606) और सहायक अभियंता मुकेश कुमार गुप्ता (मोबाइल नंबर 9425256478) को जिम्मेदारी दी गई है।
सीतापुर उपखंड में निलिमा एक्का (मोबाइल नंबर 6263594206) और सहायक अभियंता विकास प्रशांत सिंह (मोबाइल नंबर 9753312786) को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन अधिकारियों से संपर्क कर नागरिक अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
विकासखंड स्तर पर व्यवस्था
विकासखंड स्तर पर भी अधिकारियों की नियुक्ति की गई है ताकि पानी की समस्या का त्वरित समाधान हो सके। अम्बिकापुर में सीमा केहरी (मोबाइल नंबर 7987287719), लखनपुर में धर्मेंद्र प्रताप सिंह (मोबाइल नंबर 7879299049), उदयपुर में श्रीकांत खिलारी (मोबाइल नंबर 9589087399) को जिम्मेदारी दी गई है।
लुण्ड्रा में सुभद्रा सिंह (मोबाइल नंबर 9165790095), बतौली में कपिल वर्मा (मोबाइल नंबर 9907912703) और सीतापुर एवं मैनपाट में मनोज केंवट (मोबाइल नंबर 8839974535) को पेयजल संबंधित सूचनाओं के लिए संपर्क किया जा सकता है।
हैंडपंप मरम्मत एवं अन्य समाधान
अगर किसी क्षेत्र में हैंडपंप खराब है या जल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही है, तो इसके समाधान के लिए कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार सिन्हा (मोबाइल नंबर 7000818303) से संपर्क किया जा सकता है।
गर्मी में जल संकट से निपटने की तैयारी
प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि जिले में किसी भी प्रकार की पेयजल समस्या न उत्पन्न हो। पिछले वर्षों में भीषण गर्मी के दौरान कई इलाकों में जल संकट उत्पन्न हुआ था, जिसे ध्यान में रखते हुए इस बार पहले से ही कार्ययोजना तैयार की गई है। टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति की तैयारी की जा रही है, साथ ही पुराने हैंडपंपों और बोरवेल की मरम्मत का कार्य भी जारी है।
नागरिकों की सहभागिता आवश्यक
जिला प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे जल संरक्षण को प्राथमिकता दें और अनावश्यक जल अपव्यय से बचें। जल संकट की स्थिति में तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें ताकि शीघ्र समाधान किया जा सके।
जल संकट से बचाव के लिए उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि जल संकट से निपटने के लिए वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना आवश्यक है। जिले में कई सरकारी और निजी संस्थानों में जल संचयन की प्रक्रिया को प्रभावी रूप से लागू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया जा रहा है।
गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति की समस्या को हल करने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। हेल्पलाइन नंबर और अधिकारियों की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी क्षेत्र में जल संकट उत्पन्न न हो। नागरिकों की जागरूकता और सहयोग से इस समस्या का समाधान और भी प्रभावी रूप से किया जा सकता है।