
राष्ट्रगीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर प्रदेशभर में होंगे आयोजन | सीएम मोहन यादव और मंत्रियों की मौजूदगी
भारत के राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूरे होने पर 7 नवंबर को मध्यप्रदेश में भव्य समारोह होंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव और भाजपा नेताओं की मौजूदगी में प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर प्रदेशभर में होंगे आयोजन: 7 नवंबर को सीएम, मंत्री और सांसद होंगे शामिल
भोपाल। भारत के राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूरे होने पर मध्यप्रदेश सरकार और भाजपा संयुक्त रूप से प्रदेशभर में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने 7 नवंबर को विशेष समारोहों की घोषणा की है। इन आयोजनों में पूरे राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन होगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने बताया कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित “वंदे मातरम्” के 150 साल पूरे होने पर 7 नवंबर से 26 जनवरी तक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने निर्देश दिए हैं कि 150 स्थानों पर होने वाले आयोजनों में कम से कम 150 लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
7 नवंबर से 26 जनवरी तक विशेष आयोजन
खंडेलवाल ने बताया कि इस अवधि में प्रदेश के सभी जिलों के शैक्षणिक संस्थानों, सांस्कृतिक स्थलों और सरकारी कार्यालयों में कार्यक्रम होंगे। राष्ट्रगान, भाषण, निबंध प्रतियोगिता, और रंगोली प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों के जरिए राष्ट्रगीत की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री और मंत्री संभालेंगे जिम्मेदारी
मुख्य कार्यक्रम 7 नवंबर को भोपाल के शौर्य स्मारक में आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य स्थानों पर मंत्री और जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे —
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रीवा: डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल
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नर्मदापुरम: राव उदय प्रताप सिंह
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मुरैना: ऐदल सिंह कंसाना
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ग्वालियर: प्रद्युम्न सिंह तोमर
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सागर: गोविंद सिंह राजपूत
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शहडोल: दिलीप जायसवाल
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जबलपुर: राकेश सिंह
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इंदौर: कैलाश विजयवर्गीय
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उज्जैन: गौतम टेटवाल
10 प्रमुख स्थलों पर होंगे आयोजन
प्रदेश में शासकीय और पार्टी स्तर पर कुल 20 स्थानों पर समारोह होंगे —
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प्रदेश भाजपा कार्यालय, भोपाल
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सेठानी घाट, नर्मदापुरम
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शहीद रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक, मुरैना
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रानी लक्ष्मीबाई बलिदान स्थल, ग्वालियर
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रानी लक्ष्मीबाई स्मारक स्थल, सागर
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शहीद स्मारक, रीवा
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शहीद स्मारक, शहडोल
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शंकर शाह-रघुनाथ शाह बलिदान स्थल, जबलपुर
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देवी अहिल्याबाई स्मारक स्थल, इंदौर
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महाकाल लोक परिसर, उज्जैन
इन सभी आयोजनों में सांसद, विधायक, मंत्री और समाज के गणमान्य नागरिक शामिल होंगे।










