
अंबिकापुर में 78.97 लाख की जमीन ठगी का आरोपी गिरफ्तार | फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर करता था धोखाधड़ी
अंबिकापुर पुलिस ने जमीन दिखाकर 78.97 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी निकुंज गुप्ता को गिरफ्तार किया। आरोपी फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर लोगों से लाखों रुपये वसूलता था। पूरा मामला पढ़ें।
ठगी के बड़े मामले में आरोपी गिरफ्तार: 78.97 लाख रुपये की जमीन धोखाधड़ी का खुलासा

बिलासपुर/अंबिकापुर, 12 दिसंबर 2025। जमीन दिखाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी निकुंज गुप्ता को थाना गांधीनगर और साइबर सेल अंबिकापुर की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार था और फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर लोगों से करोड़ों की जमीन का सौदा कर चुका था।
दूसरों की जमीन दिखाकर करता था ठगी
पीड़िता ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि वर्ष 2020 में जमीन खरीदने के दौरान उसका परिचय आरोपी निकुंज गुप्ता से हुआ। आरोपी ने रॉयल पार्क कॉलोनी के पीछे लगभग 10 डिसमिल जमीन दिखाकर उसे किसी अनिल अग्रवाल की बताई और झांसा दिया कि जमीन परिवार की बीमारी के कारण बेची जा रही है।
आरोपी ने फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर पीड़िता से अलग-अलग तिथियों में 17,05,000 रुपये ले लिए, लेकिन कभी रजिस्ट्री नहीं कराई। इसके बाद उसने एक और जमीन — टाईम आउट सिनेमा के सामने 2 एकड़ 37 डिसमिल क्षेत्र — का लालच देकर पीड़िता से कुल 78,97,000 रुपये ठग लिए।
फर्जी दस्तावेज और नया बहाना
आरोपी बार-बार रजिस्ट्री टालता रहा और कभी बीमारी तो कभी अन्य कारण बताकर पीड़िता को भ्रमित करता रहा। जांच में पाया गया कि जिन जमीनों का सौदा किया गया, उनका वास्तविक मालिक आरोपी नहीं था।
संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा
घटना के बाद से आरोपी फरार था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी निकुंज गुप्ता (44 वर्ष), निवासी दत्ता कॉलोनी, अंबिकापुर को पकड़ा। पूछताछ में उसने ठगी की वारदात को स्वीकार कर लिया।
आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 भादंवि के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
पुलिस टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में प्रमुख रूप से –
थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल,
उप निरीक्षक नवलकिशोर दुबे,
साइबर सेल के प्र.आर. भोजराज पासवान,
विकास सिन्हा, बंधु सारथी,
आरक्षक जितेश साहू, रमेश राजवाड़े, राहुल केरकेट्टा, अमन पूरी, राहुल सिंह,
महिला आरक्षक प्रिया रानी, सरस्वती सिंह, मोती केरकेट्टा
का विशेष योगदान रहा।








