
गरियाबंद में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह: 231 जोड़ों का परिणय सूत्र में बंधने का शुभ अवसर
गरियाबंद में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह: 231 जोड़ों का परिणय सूत्र में बंधने का शुभ अवसर
विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है। यह एक पवित्र बंधन है, जो समाज में स्थिरता और समरसता लाता है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को सम्मानजनक और गरिमापूर्ण विवाह का अवसर प्रदान करती है। इसी कड़ी में 26 फरवरी 2025 को गरियाबंद जिले के नवीन मेला स्थल चौबेबांधा, राजिम में 231 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न होने जा रहा है।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित इस योजना के तहत विवाह के इच्छुक पात्र जोड़ों का 22 फरवरी 2025 तक पंजीयन आंगनबाड़ी केंद्रों एवं संबंधित परियोजना कार्यालयों में किया गया। यह योजना न केवल सामाजिक उत्थान में सहायक है, बल्कि यह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है।
योजना के तहत मिलने वाले लाभ:
वधु को 35,000 रुपये का चेक प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अपने भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
7,000 रुपये की श्रृंगार सामग्री – यह नवविवाहित वधुओं के लिए आवश्यक सामान उपलब्ध कराने हेतु दी जाती है।
8,000 रुपये विवाह आयोजन मंडप एवं अन्य खर्चों के लिए प्रदान किए जाएंगे, जिससे विवाह समारोह को गरिमापूर्ण तरीके से आयोजित किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, दिव्यांग कन्याओं को समाज कल्याण विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग से भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। वहीं, अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों को आदिम जाति विकास विभाग से अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
इस भव्य सामूहिक विवाह समारोह में कई गणमान्य अतिथि अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, जिनमें प्रमुख हैं:
मुख्य अतिथि: दयाल दास बघेल (खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री, छत्तीसगढ़ सरकार एवं जिले के प्रभारी मंत्री)
कार्यक्रम अध्यक्ष: श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े (महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग मंत्री)
अति विशिष्ट अतिथि: श्रीमती रूपकुमारी चौधरी (सांसद, महासमुंद लोकसभा)
अन्य विशिष्ट अतिथि: रोहित साहू (विधायक, राजिम), इंद्रकुमार साहू (विधायक, अभनपुर), जनक ध्रुव (विधायक, बिंद्रानवागढ़) एवं गरियाबंद जिले के नवर्निवाचित नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं अन्य जनप्रतिनिधि।
योजना का सामाजिक महत्व
इस प्रकार की सरकारी योजनाएँ उन परिवारों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति विवाह के खर्च को वहन करने में सक्षम नहीं होती। यह पहल न केवल विवाह को आसान बनाती है, बल्कि बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
संभावित प्रभाव और लाभ
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत: इस योजना के तहत आर्थिक सहायता मिलने से गरीब परिवारों पर वित्तीय बोझ कम होगा।
सामाजिक समरसता को बढ़ावा: जाति, धर्म और आर्थिक स्थिति से परे विवाह संपन्न होने से समाज में समानता और सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा।
महिलाओं का सशक्तिकरण: विवाह के समय दी जाने वाली सहायता राशि वधु के आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी।
सरल और गरिमापूर्ण विवाह: योजना के माध्यम से बिना किसी आर्थिक परेशानी के विवाह को गरिमामय तरीके से संपन्न किया जा सकता है।
गरियाबंद में होने जा रहा मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह कार्यक्रम न केवल 231 जोड़ों के जीवन की नई शुरुआत का अवसर देगा, बल्कि समाज में विवाह को एक सरल, गरिमामय और सामाजिक एकता को मजबूत करने वाला अवसर बनाएगा। इस योजना के तहत सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायता और सामाजिक सुरक्षा से लाभार्थियों को बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने का अवसर मिलेगा। सरकार की इस अनूठी पहल से यह स्पष्ट होता है कि हर बेटी का विवाह उसके माता-पिता की चिंता का विषय नहीं, बल्कि समाज और सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी है।












