
छत्तीसगढ़ की राजनीति: भूपेश बघेल की विरासत बनाम भाजपा सरकार का नया सफर
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की योजनाएं और भाजपा सरकार का एक साल: उपलब्धियां और असर
“छत्तीसगढ़ की राजनीति: भूपेश बघेल की विरासत बनाम भाजपा सरकार का नया सफर”
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई लोक-कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गईं, जिनका व्यापक असर राज्य की जनता पर पड़ा। दिसंबर 2023 में सत्ता परिवर्तन के बाद, भाजपा सरकार ने भी कई नई योजनाओं की शुरुआत की और पुरानी योजनाओं को संशोधित किया। इस लेख में हम दोनों सरकारों की प्रमुख योजनाओं और उनकी सफलता का विश्लेषण करेंगे।
भूपेश बघेल सरकार की प्रमुख योजनाएं और उनका प्रभाव
1. राजीव गांधी किसान न्याय योजना
किसानों को सीधे बैंक खातों में आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई।
किसानों को प्रति एकड़ 9,000 रुपये तक की राशि दी गई।
इस योजना से करीब 22 लाख किसान लाभान्वित हुए।
2. गोधन न्याय योजना
पशुपालकों और किसानों से गोबर खरीदकर उन्हें आर्थिक मदद दी गई।
गोबर से वर्मी कम्पोस्ट और अन्य जैविक उत्पाद बनाए गए।
करीब 5 लाख ग्रामीण इससे लाभान्वित हुए।
3. महिला सशक्तिकरण योजनाएं
‘महिला समूह आर्थिक सहायता योजना’ और ‘सखी वन स्टॉप सेंटर’ जैसी योजनाएं शुरू की गईं।
स्व-सहायता समूहों को आर्थिक सहायता और ऋण उपलब्ध कराए गए।
4. राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना
भूमिहीन कृषि मजदूरों को वार्षिक 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
इससे करीब 10 लाख परिवारों को आर्थिक संबल मिला।
5. स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार
‘मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना’ के तहत ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई गईं।
‘सुपोषण अभियान’ के जरिए कुपोषण कम करने की कोशिश की गई।
6. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक और खेल नीति
पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्यव्यापी आयोजन।
खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता और स्कॉलरशिप।
सफलता का मूल्यांकन
किसानों, मजदूरों और महिलाओं को सीधा आर्थिक लाभ हुआ।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।
बेरोजगारी कम करने और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के प्रयास सफल रहे।
भाजपा सरकार के एक साल की प्रमुख उपलब्धियां
भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार ने एक साल में कई नई योजनाएं शुरू कीं और कुछ पुरानी योजनाओं को बदला या बंद किया।
1. कृषि और किसान कल्याण
किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की गारंटी दी गई।
24 लाख किसानों को 13,320 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी गई।
160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया।
2. महिलाओं के लिए योजनाएं
महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये दिए जा रहे हैं।
उज्ज्वला योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए।
3. रोजगार और शिक्षा सुधार
सरकारी सेवाओं में भर्ती के लिए 9,000 से अधिक पदों पर प्रक्रिया शुरू की।
छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए सुधार किए गए।
एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी माध्यम में शुरू की गई।
4. ग़रीबों के लिए योजनाएं
5 साल तक मुफ्त राशन देने का निर्णय लिया गया।
अनुसूचित जाति, जनजाति और गरीब वर्गों के लिए कई आवासीय योजनाएं चलाई गईं।
5. आधुनिकीकरण और डिजिटल क्रांति
ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर सरकारी कामकाज को डिजिटल किया गया।
भूमि पंजीकरण के लिए सुगम एप लॉन्च किया गया।
6. नक्सलवाद और सुरक्षा
200 से अधिक नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराया गया और माओवादी हिंसा पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाए गए।
7. औद्योगिक और पर्यटन विकास
नई औद्योगिक नीति लागू की गई, जिससे निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।
बस्तर में पर्यटन कॉरिडोर का निर्माण किया गया।
अम्बिकापुर समेत कई शहरों में हवाई सेवाओं का विस्तार किया गया।
भाजपा सरकार की सफलता का मूल्यांकन
किसानों और महिलाओं को वित्तीय सहायता मिलने से उनका जीवनस्तर सुधरा।
बेरोजगारी कम करने के लिए नई भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई।
राज्य की डिजिटल सेवाओं और ई-गवर्नेंस में सुधार आया।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई।
भूपेश बघेल सरकार बनाम भाजपा सरकार: कौन कितना सफल?
भूपेश बघेल सरकार की योजनाएं कृषि, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण पर केंद्रित थीं, जिससे राज्य के गरीब और मध्यम वर्ग को लाभ मिला। दूसरी ओर, भाजपा सरकार ने अपने पहले साल में रोजगार, डिजिटल गवर्नेंस, औद्योगिक विकास और सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया।
दोनों सरकारों ने अपनी-अपनी प्राथमिकताओं के हिसाब से काम किया, लेकिन आम जनता को असली लाभ योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से ही मिलेगा।
क्या आपको लगता है कि भाजपा सरकार भूपेश बघेल की योजनाओं को बेहतर रूप में लागू कर रही है? अपनी राय साझा करें!










