
बिलासपुर: तोरवा में तलवार और चाकू से हमला, एक घायल; मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
बिलासपुर: तोरवा में तलवार और चाकू से हमला, एक घायल; मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
बिलासपुर, 19 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तोरवा थाना क्षेत्र में तलवार और चाकू से हमले की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। इस हमले में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि मुख्य आरोपी विशाल डे (मेत्री) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हमले में प्रयुक्त तलवार भी बरामद कर ली है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
मामला 13 मार्च 2025 का है, जब रात के समय प्रार्थी खेत्रो महानंद अपने मित्र अरुण दास मानिकपुरी के साथ तोरवा क्षेत्र में स्थित पुराने सुलभ शौचालय के पास बैठा हुआ था। उसी दौरान 3-4 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर 5-7 युवक वहां पहुंचे और अचानक हमला कर दिया। ये युवक अपने साथ तलवार, चाकू और चेन-स्पॉकेट से बने हथियार लिए हुए थे।
हमले में अरुण दास मानिकपुरी के सिर, पेट और पीठ पर गंभीर चोटें आईं और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस घटना के दौरान विशाल डे (मेत्री) नामक युवक ने तलवार लहराते हुए खेत्रो महानंद को धमकाया और बीच में न आने की चेतावनी दी।
आरोपियों के नाम:
इस हमले में शामिल युवकों की पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है—
सोम सिंह चौहान
सोम निषाद
करन बनर्जी
यशवंत उर्फ गब्बर
विशाल डे (मेत्री)
घटना की सूचना और पुलिस कार्रवाई
हमले के बाद 15 मार्च 2025 को खेत्रो महानंद ने तोरवा थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इसके आधार पर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू की।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) श्री रजनेश सिंह (भापुसे) को सूचना दी गई, जिन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
इस निर्देश के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेंद्र जायसवाल, सीएसपी (कोतवाली) श्री अक्षय प्रमोद सबद्रा (भापुसे) और थाना प्रभारी निरीक्षक अभय सिंह बैस के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई।
पुलिस ने लगातार आरोपियों की तलाश शुरू की और 18 मार्च 2025 को मुख्य आरोपी विशाल डे (मेत्री) को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, और पुलिस ने उसके पास से हमले में प्रयुक्त तलवार बरामद कर ली।
इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 296, 351(2), 109, 3(5) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा, चाकू और तलवार जैसे घातक हथियारों के इस्तेमाल को देखते हुए आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 27 भी जोड़ दी गई है।
फिलहाल, मुख्य आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि यह हमला किसी आपसी विवाद या पुरानी रंजिश का परिणाम हो सकता है। हालांकि, पुलिस सभी संभावित कोणों से मामले की जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह कोई व्यक्तिगत दुश्मनी थी या फिर कोई संगठित आपराधिक गिरोह इस घटना के पीछे है।
इस हमले के बाद स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया है। क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढ़ने से लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। विशेषकर, युवाओं द्वारा धारदार हथियारों के साथ घूमने और खुलेआम हिंसा करने की घटनाओं से लोगों में दहशत है।
क्षेत्र के निवासियों ने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया है कि ऐसे आपराधिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमित गश्त बढ़ाई जाए।
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इसके अलावा, स्थानीय पुलिस ने असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए इलाके में गश्त तेज करने और सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है।
बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र में हुई इस हमले की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। हालांकि, पुलिस की तत्परता से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इस मामले को पूरी तरह सुलझा पाती है और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।












