
जम्मू में महावीर जयंती पर भव्य समारोह, एलजी मनोज सिन्हा ने किया दीप प्रज्वलन
भगवान महावीर जयंती के अवसर पर जम्मू के जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में भव्य आयोजन हुआ। एलजी मनोज सिन्हा ने दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया और भगवान महावीर के विचारों को बताया मार्गदर्शक।
जम्मू में महावीर जयंती पर भव्य आयोजन, एलजी मनोज सिन्हा ने किया दीप प्रज्वलन
जम्मू (जम्मू-कश्मीर)। पूरे देश की तरह जम्मू में भी भगवान महावीर जयंती बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और भगवान महावीर के जीवन दर्शन को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
एलजी मनोज सिन्हा ने भगवान महावीर के विचारों को बताया आज भी प्रासंगिक
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा:
“भगवान महावीर के अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह और तप के सिद्धांत आज के युग में और भी अधिक प्रासंगिक हैं। उनका जीवन हमें आत्मसंयम, सहिष्णुता और करुणा की ओर प्रेरित करता है।”
उन्होंने कहा कि भगवान महावीर केवल जैन धर्म के महान संत ही नहीं, बल्कि मानवता के सार्वभौमिक संदेशवाहक हैं, जिनकी शिक्षाएं सभी धर्मों और समुदायों के लिए मार्गदर्शक हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी शाम
समारोह में स्थानीय कलाकारों द्वारा जैन धर्म पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें भजन, नाटक और नृत्य शामिल थे। कार्यक्रम में भगवान महावीर के जीवन और उपदेशों पर आधारित झांकियां भी प्रदर्शित की गईं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु रहे उपस्थित
जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में जम्मू शहर सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। जैन समाज के वरिष्ठ नेताओं और संतों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और भगवान महावीर के आदर्शों को जीवन में अपनाने का संदेश दिया।
धार्मिक सहिष्णुता और शांति का संदेश
महावीर जयंती के इस आयोजन ने सांप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। इस मौके पर सभी धर्मों के लोगों ने भागीदारी कर यह दर्शाया कि भगवान महावीर का संदेश केवल एक धर्म के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए है।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम
कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए थे। प्रशासन और पुलिस विभाग ने आयोजन स्थल पर सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।