
कलेक्टर बी.एस. उइके ने किया आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण, कुपोषण मुक्ति और शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा
गरियाबंद में कलेक्टर बी.एस. उइके ने आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण कर स्वच्छता, पोषण और शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। सखी वन स्टॉप सेंटर और किशोर न्याय बोर्ड का भी लिया जायजा।
कलेक्टर ने गरियाबंद के आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया, कुपोषण मुक्ति उपायों की समीक्षा
गरियाबंद, 10 जुलाई 2025 को कलेक्टर बी.एस. उइके ने गरियाबंद जिला मुख्यालय के पास स्थित डोंगरीगांव और डाक बंगला के जीर्णोद्धार आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने सखी वन स्टॉप सेंटर, किशोर न्याय बोर्ड, और बाल कल्याण समिति का भी जायजा लिया.
निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने बच्चों को दिए जा रहे पौष्टिक आहार, स्वच्छता व्यवस्था, और शिक्षा गतिविधियों की बारीकी से जांच की. उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उनसे चार्ट पर लगे फलों, सब्जियों और फूलों के नाम पूछे, साथ ही उन्हें चॉकलेट भी बांटी.
कुपोषण पर विशेष ध्यान
कलेक्टर ने बच्चों के वजन और ऊंचाई की जांच करवाई और कुपोषण मुक्ति के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली. उन्होंने यह भी पूछा कि कितने बच्चे अब सामान्य श्रेणी में आ चुके हैं. उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में भर्ती कराया जाए और उन्हें नियमित रूप से पौष्टिक भोजन व नाश्ता उपलब्ध कराया जाए.
पोषण वाटिका और रेडी-टू-ईट भोजन का निरीक्षण
कलेक्टर ने रेडी-टू-ईट फूड की गुणवत्ता, भंडारण और वितरण व्यवस्था का निरीक्षण किया और उसे स्वच्छता व समयबद्धता के साथ परोसने के निर्देश दिए. उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका (Nutrition Garden) विकसित करने के भी निर्देश दिए.
‘एक्शन अगेंस्ट हंगर’ का योगदान
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक पांडेय ने बताया कि जिले के 12 आंगनबाड़ी केंद्रों का जीर्णोद्धार फ्रांस की एक वैश्विक मानवतावादी संस्था ‘एक्शन अगेंस्ट हंगर’ द्वारा किया गया है. यह संस्था कुपोषण से लड़ने और सुरक्षित पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराती है.
अन्य संस्थाओं का भी निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर उइके ने सखी वन स्टॉप सेंटर, किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समिति के लंबित मामलों की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को उनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए.