
टीबी मरीजों की निगरानी और कुपोषण मुक्ति पर जोर, प्रभारी सचिव ने दिए आवश्यक निर्देश
टीबी मरीजों की निगरानी और कुपोषण मुक्ति पर जोर, प्रभारी सचिव ने दिए आवश्यक निर्देश
बलरामपुर, 02 अप्रैल 2025 – ग्रामोद्योग विभाग के सचिव और जिले के प्रभारी सचिव यशवंत कुमार की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों से समन्वय बनाकर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में कलेक्टर राजेंद्र कटारा, पुलिस अधीक्षक बैंकर वैभव रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर आर.एस.लाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
समीक्षा बैठक में कुपोषण मुक्ति पर चर्चा करते हुए प्रभारी सचिव ने निर्देश दिया कि कुपोषित बच्चों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए। पोषण पुनर्वास केंद्रों की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि इन केंद्रों की प्रभावशीलता बढ़ाई जाए ताकि कुपोषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके।
उन्होंने एनीमिक महिलाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग को संयुक्त प्रयास करने तथा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
टीबी मरीजों के संबंध में प्रभारी सचिव ने निर्देश दिया कि सभी मरीजों का नियमित रूप से फॉलोअप किया जाए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में टीबी उन्मूलन के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
बैठक में प्रधानमंत्री जनमन योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। प्रभारी सचिव ने विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों से कहा कि इन समुदायों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाए। उन्होंने योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को समस्त सरकारी योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत, प्रारंभ, अप्रारंभ एवं पूर्ण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए अनुभागवार राजस्व प्रकरणों की जानकारी ली गई। प्रभारी सचिव ने निर्देश दिया कि अविवादित, विवादित नामांतरण, सीमांकन और डायवर्सन से जुड़े लंबित प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा के भीतर किया जाए।
प्रभारी सचिव ने कहा कि बलरामपुर जिले में कृषि क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं, इसलिए कृषि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड की स्थिति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से किसानों को लोन के लिए प्रोत्साहित करने को कहा।
इसके साथ ही उद्यानिकी क्षेत्र के विकास पर जोर देते हुए किसानों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराने और नर्सरी क्षेत्र का विस्तार करने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए और परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण देने पर भी जोर दिया ताकि वे नवीन शिक्षण तकनीकों से अपडेट रहें।
युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि उन्हें मौजूदा उद्योगों और रोजगार अवसरों के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण दिया जाए।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 2024-25 में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। प्रभारी सचिव ने स्वच्छता अभियान के तहत कचरा संग्रहण और उसके सही सेग्रीगेशन पर जोर देते हुए कंपोस्ट निर्माण की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था की समीक्षा कर अधिकारियों से कहा कि स्वच्छता बनाए रखने के लिए नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, वन अधिकार पट्टा, श्रम विभाग की योजनाओं और जल आपूर्ति से जुड़े मुद्दों की भी समीक्षा की गई। प्रभारी सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इनका लाभ मिल सके।