
छत्तीसगढ़ में डेंगू पर नियंत्रण: 65% की गिरावट, 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस
छत्तीसगढ़ में डेंगू रोकथाम को लेकर राज्य सरकार की रणनीति कारगर रही। 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जनजागरूकता बढ़ाने पर जोर, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया सफलता का राज।
डेंगू के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने 16 मई को मनाया जाएगा राष्ट्रीय डेंगू दिवस
डेंगू नियंत्रण में 65% तक गिरावट
स्वास्थ्य मंत्री बोले- “सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है डेंगू की रोकथाम”
रायपुर, 15 मई 2025: छत्तीसगढ़ में डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अपनाई गई सरकारी रणनीतियों और जनजागरूकता अभियानों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। वर्ष 2025 की पहली तिमाही में डेंगू के मामलों में 65 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जा रहा है, जिससे लोगों में रोग के प्रति जागरूकता और सतर्कता बढ़ाई जा सके।
“डेंगू की रोकथाम सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है” – श्याम बिहारी जायसवाल
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, “समय पर उठाए गए ठोस कदम और जनसहभागिता के चलते प्रदेश में डेंगू के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। यह सफलता राज्य सरकार और जनता के साझा प्रयासों का परिणाम है।”
स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार से मिली मजबूती
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक समुचित संसाधन उपलब्ध कराए गए।
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विशेष डेंगू जांच शिविर आयोजित किए गए।
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डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को डेंगू के उपचार के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
फॉगिंग, सर्वे और जागरूकता अभियान का दिखा असर
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रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ जैसे शहरी क्षेत्रों में डेंगू के मामलों में भारी कमी।
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नियमित फॉगिंग, घर-घर सर्वेक्षण, लार्वा नियंत्रण और इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई।
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आम नागरिकों, पंचायतों, स्कूलों और नगरीय निकायों ने मिलकर जनजागरूकता अभियान चलाए।
डेंगू से बचाव के लिए ये करें:
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घरों और आसपास जलजमाव न होने दें।
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पानी की टंकियों, कूलरों, गमलों को नियमित साफ करें।
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मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरी बांह के कपड़े पहनें।
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खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं।
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तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।