
21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या ने भारत की राजनीति में गहरी रिक्तता छोड़ी। पढ़ें टीएस सिंहदेव का भावुक श्रद्धांजलि संदेश।
राजीव गांधी को श्रद्धांजलि: 21 मई 1991 का वो दिन जिसने भारत को झकझोरा
21 मई 1991: एक ऐसा दिन जिसने भारत की राजनीति को झकझोर दिया — राजीव गांधी को श्रद्धांजलि
राजीव गांधी को श्रद्धांजलि: 21 मई 1991 का वो दिन जिसने भारत को झकझोरा
21 मई 1991 की शाम… आम सी लगने वाली इस संध्या ने भारत के राजनीतिक और सामाजिक इतिहास को एक गहरे सदमे में डाल दिया। यह वह दिन था जब भारत ने अपने सबसे युवा प्रधानमंत्री, दूरदर्शी नेता और तकनीकी क्रांति के सूत्रधार भारत रत्न श्री राजीव गांधी को आतंकवाद की एक बर्बर घटना में खो दिया।
उनकी हत्या केवल एक व्यक्ति का अंत नहीं थी, बल्कि यह एक विचारधारा, एक सपना और एक भविष्य की उम्मीद का भी दर्दनाक अंत था।
टीएस सिंहदेव ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा:
“वह एक ऐसा क्षण था जिसने पूरे देश को झकझोर दिया और भारतीय राजनीति में एक ऐसी रिक्तता छोड़ दी, जिसे आज तक कोई भर नहीं सका। राजीव जी, आपकी सोच और आपके सपने आज भी हमारे दिलों में ज़िंदा हैं और उन्हें पूरा करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।”
राजीव गांधी सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि 21वीं सदी के भारत के निर्माता थे। उन्होंने कंप्यूटर, टेलीकॉम और पंचायती राज जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाए। उनके नेतृत्व में भारत ने आधुनिकता की ओर पहला ठोस कदम बढ़ाया।