
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का बड़ा बयान: मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सवाल, महतारी वंदन व किसानों की समस्याएं उठाईं
रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने SIR मतदाता सूची पुनरीक्षण पर पारदर्शिता की मांग की। महतारी वंदन की राशि रोकने, खाद कालाबाजारी, किसान सम्मान निधि में भेदभाव और विपक्ष पर झूठे मुकदमों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का बड़ा बयान: मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सवाल, महतारी वंदन व किसानों की समस्याएं उठाईं
रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने SIR मतदाता सूची पुनरीक्षण पर पारदर्शिता की मांग की। महतारी वंदन की राशि रोकने, खाद कालाबाजारी, किसान सम्मान निधि में भेदभाव और विपक्ष पर झूठे मुकदमों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला।
रायपुर/20 सितंबर 2025। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा सरकार और निर्वाचन आयोग पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) का कार्य शुरू हो रहा है, लेकिन राजनीतिक दलों को इसकी कोई सूचना नहीं दी गई।
बैज ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग को नियमानुसार सभी मान्यता प्राप्त दलों को सूचना देनी चाहिए थी और मीटिंग कर सुझाव लेना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि पुनरीक्षण किस मतदाता सूची के आधार पर होगा—विधानसभा, लोकसभा या स्थानीय निकाय की सूची?
उन्होंने महतारी वंदन योजना पर कहा कि तीन माह से 40% महिलाओं को राशि नहीं मिली और बस्तर के चार जिलों में 4,000 से अधिक महिलाओं के नाम काटे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लाभार्थियों के नाम हटाने का षड्यंत्र कर रही है।
किसानों की समस्या पर बैज ने कहा कि खाद की कालाबाजारी सत्ता के संरक्षण में हो रही है। यूरिया 265 रु. का 1,200 रु. में और डीएपी 1,350 रु. का 2,000 रु. में बेचा जा रहा है। खरीफ फसल के लिए समय निकल रहा है, लेकिन किसान खाद के लिए भटक रहे हैं।
किसान सम्मान निधि पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में 35 लाख से अधिक किसान हैं, लेकिन 20वीं किस्त में केवल 25.47 लाख किसानों को राशि दी गई। उन्होंने पूछा कि बाकी किसानों के नाम क्यों काटे गए?
अंत में, बैज ने आरोप लगाया कि सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। बस्तर ओलंपिक ट्रैकसूट खरीदी घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन करने पर युवा कांग्रेस महासचिव भावेश शुक्ला पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया, जिसे उन्होंने तानाशाही करार दिया।