
जशपुर में मधुमक्खियों के हमले से ग्रामीण की मौत, तीन दिन तक जड़ी-बूटी से इलाज कर रहा था रामू मिंज
जशपुर जिले के पत्थलगांव क्षेत्र में मधुमक्खियों के हमले से घायल ग्रामीण रामू मिंज की मौत हो गई। तीन दिन तक घर में जड़ी-बूटी से इलाज कराने के बाद दर्द और सूजन बढ़ने से उसने दम तोड़ दिया।
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक दर्दनाक हादसे में मधुमक्खियों के हमले से घायल ग्रामीण की मौत हो गई। यह घटना पत्थलगांव थाना क्षेत्र के बालाझर चिमटापानी गांव की है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम बालाझर निवासी रामू मिंज जंगल में लकड़ी बीनने गया था। इसी दौरान अचानक मधुमक्खियों का झुंड उस पर टूट पड़ा और उसे बुरी तरह डंक मार दिए। हमले में रामू गंभीर रूप से घायल हो गया।
लेकिन उसने अस्पताल जाने के बजाय घर पर ही जड़ी-बूटी से इलाज कराने का निर्णय लिया। करीब तीन दिनों तक घरेलू उपचार करने के बावजूद उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। सोमवार को दर्द और सूजन बढ़ने के कारण उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि मधुमक्खियों के डंक से रामू के शरीर में भारी सूजन आ गई थी, लेकिन उसने इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने से मना कर दिया था।
घटना की जानकारी मिलने पर पत्थलगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके के जंगलों में अक्सर मधुमक्खियों के झुंड सक्रिय रहते हैं और कई बार लकड़ी या महुआ बीनने वाले लोग इनके शिकार हो जाते हैं।
फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों की पुष्टि हो पाएगी।












