
13 नवम्बर को आदि सेवा केन्द्रों में होगी पहली जनसुनवाई, कलेक्टर भोसकर ने दिए निर्देश
जनजातीय गौरव वर्ष के तहत 13 नवम्बर को सभी आदि सेवा केन्द्रों में जनसुनवाई आयोजित होगी। कलेक्टर विलास भोसकर ने अधिकारियों को सामुदायिक भागीदारी और JJGV पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड करने के निर्देश दिए।
13 नवम्बर को सभी आदि सेवा केन्द्रों में होगी पहली जनसुनवाई, कलेक्टर भोसकर ने दिए निर्देश
जनजातीय गौरव वर्ष के तहत सामुदायिक भागीदारी से चलेगा अभियान
अम्बिकापुर, 11 नवम्बर 2025।
जनजातीय गौरव वर्ष (JJGV) के तहत 13 नवम्बर 2025 को जिले के सभी आदि सेवा केन्द्रों (ASK) में पहली जनसुनवाई आयोजित की जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
कलेक्टर ने कहा कि इस जनसुनवाई का मुख्य उद्देश्य विकास प्राथमिकताओं पर समुदाय की प्रतिक्रिया, आकांक्षाओं को सुनना तथा प्रधानमंत्री जनमन, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, आदि कर्मयोगी अभियान सहित अन्य जनजातीय केंद्रित योजनाओं के स्थानीय स्तर पर कार्यान्वयन की समीक्षा करना है।
सामुदायिक भागीदारी पर जोर
कलेक्टर ने निर्देश दिया कि इस कार्यक्रम में पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि, स्वयं सहायता समूह, युवा क्लब, आदि कर्मयोगी कार्यकर्ता और स्थानीय संस्थाओं की पूर्ण सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
प्रत्येक आदि सेवा केन्द्र में भगवान बिरसा मुंडा सहित अन्य आदिवासी स्वतंत्रता सेनानायकों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस अवसर पर स्थानीय समुदायों के सहयोग से सांस्कृतिक और जनजागरूकता गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएंगी।
जनसुनवाई का विवरण JJGV पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य
कलेक्टर ने बताया कि प्रत्येक जनसुनवाई की कार्यवाही, तस्वीरें और मुख्य परिणाम JJGV पोर्टल https://adiprasaran.tribal.gov.in/jjgv/homenew.aspx पर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार अपलोड किए जाएंगे।
सभी आदि सेवा केन्द्रों को 14 नवम्बर 2025 तक पोर्टल पर गतिविधि विवरण अपलोड कर प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
विशेष ग्राम सभा और राष्ट्रीय समारोह की तैयारी
13 नवम्बर को आयोजित यह जनसुनवाई, 15 नवम्बर को होने वाली विशेष ग्राम सभा और राष्ट्रीय समारोह की पूर्व तैयारी कार्यक्रम के रूप में कार्य करेगी। इस पहल का उद्देश्य प्रत्येक आदि सेवा केन्द्र को “गौरव, विकास और सम्मान” की भावना से जोड़ते हुए जीवंत सामुदायिक केन्द्र के रूप में विकसित करना है।
कलेक्टर ने कहा कि सभी गतिविधियाँ मिशन मोड में संचालित की जाएं, ताकि जनजातीय गौरव वर्ष के उद्देश्य — “गांव-गांव तक विकास और सम्मान” को साकार किया जा सके।












