
Chhattisgarh Voter List Revision 2026: कांग्रेस ने SIR प्रक्रिया की समय सीमा बढ़ाने की मांग की, किसानों की व्यस्तता का दिया हवाला
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR-2026) को लेकर कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात की। पार्टी ने किसानों की व्यस्तता का हवाला देते हुए SIR की अवधि तीन महीने बढ़ाने की मांग की है।
छत्तीसगढ़: कांग्रेस ने SIR-2026 की समय सीमा बढ़ाने की मांग की, कहा—“किसानों की व्यस्तता के कारण BLO को हो रही दिक्कतें”
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR-2026) की प्रक्रिया इन दिनों पूरे राज्य में तेज़ी से चल रही है। 4 नवंबर से शुरू हुई इस प्रक्रिया के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर गणना और घोषणा प्रपत्र भरवा रहे हैं। इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) से मुलाकात करने पहुँचा और SIR की समय सीमा बढ़ाने की मांग रखी।
कांग्रेस ने मांगा तीन महीने का अतिरिक्त समय
इस प्रतिनिधि मंडल में पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू, विधायक राघवेंद्र सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए SIR निगरानी समिति के संयोजक मोहन मरकाम ने कहा कि पार्टी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से तीन महीने तक SIR की अवधि बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा—
“वर्तमान में प्रदेश में खेती-किसानी का मौसम चल रहा है। अधिकांश किसान अपने खेतों में व्यस्त हैं और गांवों से बाहर रह रहे हैं। ऐसे में BLO को ग्रामीणों तक पहुंचने और प्रपत्र भरवाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।”
नाम कटने से योजनाओं पर असर की आशंका
मरकाम ने आगे कहा—
“हमने निवेदन किया है कि किसी भी मतदाता का नाम सूची से न कटे, क्योंकि अगर नाम छूट गया तो उसे शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। बस्तर और सरगुजा संभाग में तो स्थिति और भी जटिल है, जहां दस्तावेज़ों की कमी और लोगों की अनुपस्थिति BLO के काम में बड़ी बाधा बन रही है।”
CEO ने दिया सकारात्मक आश्वासन
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुनते हुए फिलहाल एक महीने का समय बढ़ाने पर विचार करने और इस मुद्दे पर केंद्रीय चुनाव आयोग से चर्चा करने का आश्वासन दिया है।
मरकाम ने कहा—
“हमें संवैधानिक संस्थाओं पर पूरा भरोसा है। हम चाहते हैं कि मतदाता सूची पूरी तरह निष्पक्ष, त्रुटिरहित और सभी के लिए सुलभ हो। इसी उद्देश्य से हमने यह निवेदन किया है।”
SIR निगरानी समिति की अगली बैठक में विस्तृत चर्चा
मरकाम ने बताया कि आगामी समिति बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और सभी जिलों से प्राप्त फीडबैक को प्रस्तुत किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में BLO को आ रही चुनौतियाँ
राज्य के कई जिलों से यह शिकायतें सामने आ रही हैं कि ग्रामीणों की अनुपस्थिति और दस्तावेज़ों की कमी के कारण BLO को कार्य पूरा करने में कठिनाई हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि यदि समय सीमा नहीं बढ़ाई गई, तो कई पात्र मतदाताओं के नाम सूची से छूट सकते हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया और सरकारी योजनाओं के लाभार्थी दोनों प्रभावित होंगे।
हालांकि, राज्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस के निवेदन के बाद आयोग इस पर गंभीरता से विचार कर सकता है।












