
छत्तीसगढ़: स्कूल शिक्षा विभाग में लिपिक वर्ग की पदोन्नति अटकी, ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग तेज
स्कूल शिक्षा विभाग में प्राचार्य-व्याख्याताओं की पदोन्नति के बाद भी लिपिक वर्ग वर्षों से पदोन्नति से वंचित है। दुर्ग में कर्मचारी संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वरिष्ठ लेखा परीक्षक और सहायक ग्रेड-1 के रिक्त पद भरने की मांग की है।
स्कूल शिक्षा विभाग में लिपिक वर्ग की पदोन्नति अटकी, दुर्ग कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
दुर्ग। स्कूल शिक्षा विभाग में प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधानपाठकों की पदोन्नति बड़े स्तर पर पूरी हो चुकी है, लेकिन लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को वर्षों से पदोन्नति का इंतजार है। संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग के कार्यालय में वरिष्ठ लेखा परीक्षक एवं सहायक ग्रेड-1 के पद लंबे समय से रिक्त हैं, फिर भी पदोन्नति प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
यही समस्या उठाते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, जिला दुर्ग के अध्यक्ष भानुप्रताप यादव ने कलेक्टर दुर्ग को ज्ञापन सौंपकर तत्काल पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की।
निर्देश के बावजूद कार्रवाई नहीं
लोक शिक्षण संचालनालय, नया रायपुर द्वारा 31 जनवरी को जारी पत्र क्रमांक 672 में पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। परंतु लिपिक संवर्ग का आरोप है कि आज तक न संयुक्त संचालक कार्यालय और न जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने इस दिशा में कार्रवाई की है।
संवर्ग में रोष, भेदभाव का आरोप
लिपिक वर्ग का कहना है कि
- सभी दूसरे संवर्गों में पदोन्नति हो चुकी है
- केवल लिपिक वर्ग को बार-बार अनदेखा किया जा रहा है
- इससे कर्मचारियों में भारी रोष और भेदभाव की भावना पैदा हो गई है
कलेक्टर से की गई प्रमुख मांग
संघ ने मांग की है कि—
✔ संयुक्त संचालक द्वारा रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए सहमति और अनुशंसा की जाए
✔ जिला शिक्षा अधिकारी तत्काल पदोन्नति प्रस्ताव तैयार करें
✔ वरिष्ठ लेखा परीक्षक और सहायक ग्रेड-1 के रिक्त पद शीघ्र भरे जाएँ
ज्ञापन की प्रतिलिपियां
पत्र की प्रतिलिपियां निम्न को भेजी गईं—
- सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग
- संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय
- आयुक्त, दुर्ग संभाग
- संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग
- जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि पदोन्नति प्रक्रिया शीघ्र शुरू नहीं होती, तो लिपिक वर्ग आंदोलन का रास्ता अपना सकता है।










