
छंदशाला की अलंकार कार्यशाला सम्पन्न
आज अर्णव कलश एसोसिएशन के राष्ट्रीय साहित्यिक मिशन कलम की सुगंध के छंदशाला व्हाट्सएप्प परिवार द्वारा अलंकार पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें कलम की सुगंध के संस्थापक गुरुदेव संजय कौशिक ‘विज्ञात’ तथा कुसुम कोठारी ‘प्रज्ञा’ ने माता वीणापाणि के चरणों में श्रद्धा भाव के दीप को प्रज्ज्वलन किया। माल्यार्पण कार्यक्रम अध्यक्ष नीतू ठाकुर विदुषी तथा अनिता सुधीर आख्या के कमलों से किया गया। कार्यक्रम के अनेक विभागों में सह संचालक की भूमिका निर्वहन कर रहे राजलक्ष्मी पाण्डेय, सरोज दुबे विधा तथा चमेली कुर्रे आदि ने बारी-बारी ने सभी अतिथि जनों का स्वागत किया।
माँ वीणापाणि की वंदना – डॉ. संगीता पॉल ने कोकिला से मधुर स्वरों में प्रस्तुति देकर उपास्थिति श्रोताओं से ढेरों वाह वाही बटोरी।
छंदशाला प्रमुख संचालक अनिता मंदिलवार सपना ने जानकारी देते हुए बताया कि छंदों और आलंकारों का साहित्य में अलग ही महत्व है और आज मंच पर अलंकार के संदर्भ में कवि जनों ने ढेरों प्रश्न पूछे जिनके उत्तर गुरुदेव संजय कौशिक ‘विज्ञात’ के साथ कार्यक्रम अध्यक्ष नीतू ठाकुर ‘विदुषी’ मुख्यातिथि कुसुम कोठारी ‘प्रज्ञा’ तथा विशिष्ट अनिता सुधीर आख्या ने क्रमानुसार देते हुए सभी कवि एवं कवयित्रियों को लाभान्वित किया। कार्यक्रम में डॉ. सपन सिन्हा, इंद्राणी साहू साँची, धनेश्वरी देवांगन धरा, अनुराधा चौहान, गीतांजलि विधायनी, चमेली कुर्रॆ सुवासिता, राधा तिवारी राधे गोपाल , सरोज दुबे विधा, राजलक्ष्मी पांडेय, दीक्षा चौबे, आरती ज्योति, अभिलाषा, मीता अग्रवाल, सीमा अवस्थी, संध्या सिन्हा प्रवीण कुमार ठाकुर, श्याम, आशा शुक्ला, गीतांजलि, केवरा यदु मीरा, अर्चना पाठक निरंतर, संगीता राजपूत श्यामा, गीता, कृष्ण मोहन निगम, परमजीत सिंह कोविद, धनेश्वरी सोनी गुल, गीता विश्वकर्मा नेह, मधु गुप्ता सहित तीनो समीक्षक दल के समीक्षक एवं सह-समीक्षकों की उपास्थिति ने कार्यक्रम को गति देते हुए उत्तमता प्रदान की। कार्यक्रम का समापन डॉ. अनिता भारद्वाज ‘अर्णव’ के आभार उद्बोधन से हुआ। कार्यक्रम का सफल संचालन अनिता मंदिलवार सपना ने किया ।
[contact-form][contact-field label=”Name” type=”name” required=”true” /][contact-field label=”Email” type=”email” required=”true” /][contact-field label=”Website” type=”url” /][contact-field label=”Message” type=”textarea” /][/contact-form]