
Ambikapur News : जनजाति समाज के द्वारा सरहुल का पर्व धूमधाम से मनाया गया……………..
जनजाति समाज के द्वारा सरहुल का पर्व धूमधाम से मनाया गया……………..
P.S.YADAV/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// प्रत्येक वर्ष की भांति सरहुल के शुभ अवसर पर जनजाति समाज द्वारा पड़हा पदाधिकारियों के नेतृत्व में सरहुल का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया सरहुल के शुभ अवसर पर जनजातियों द्वारा भव्य रैली निकाली गई और यह रैली पटेल पारा धुमकुड़िया भवन से निकलकर अंबेडकर चौक में बाबा भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा को माल्यार्पण करते हुए अंबिकापुर शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए सभी चौक में महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए जनजाति समाज की यह रैली संजय पार्क के समीप स्थित सरना पूजा स्थल पहुंची और यहां पर समाज के सभी वरिष्ठ जनों की उपस्थिति में सामूहिक रूप से सरहुल की पूजा संपन्न हुई।
इस रैली में सरगुजा जिले के कोने कोने से माताएं बहने एवं युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए । मूली पड़हा अंबिकापुर के नेतृत्व में यह आयोजन भव्य रुप से संपन्न हुआ इस दौरान मूली पड़हा के बेल मंगल राम उरांव जी ने बताया की सरहुल का यह पर्व प्रकृति का महापर्व है सरहुल के पूजन का जनजाति समाज में विशेष महत्व है इस पर्व के पश्चात ही रबी की फसल जैसे गेहूं की कटाई की जाती है और इसके पश्चात ही ऐसा माना जाता है कि जनजातियों का नव वर्ष शुरू होता है सरहुल के पर्व को खददी पर्व भी कहा जाता है सरहुल पूजन के स्थल पर समाज के प्रमुख जनों ने अपनी अपनी बात भी समाज के लोगों के बीच में रखी और सरहुल का क्या महत्व है इस बारे में प्रकाश डाला और युवा वर्ग को जनजाति समाज के विशेष पर्वों के विषय में जानकारी साझा की इस अवसर मानकेश्वर भगत, उमेश भगत, संजीव भगत, बाल मुनि प्रधान, दिलीप एक्का, अंकित तिर्की, प्रदीप भगत, विनय निकुंज, सुखदेव भगत, कमल भगत, जगदेव प्रधान, आशीष निकुंज, महारानी भगत, बिहारीलाल तिर्की ,धन सिंह धुर्वे, सुभाष चंद्र भगत एवं बड़ी संख्या में माताएं बहने एवं युवा साथी उपस्थित रहे।