

बीजापुरः छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर में नक्सलियों ने बीते 21 अप्रैल को DRG जवान को अगवा कर लिया था नक्सलियों ने si को तीन दिन तक अपने कब्जे में रखा था जिसके बाद नक्सलियों द्वारा si मुरली ताती की नक्सलियों ने बेरहम हत्या कर उसके लाश को गंगालूर के पुलसुम पारा जंगल में फेंक दिया । जवान की लाश को आज शनिवार तड़के सुबह जंगल से बरामद कर लिया गया है । ज्ञात हो की पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी नामक नक्सली संगठन ने जवान की हत्या की हैं नक्सलियों ने जवान के शव के साथ एक पर्चा भी छोड़ा है
पर्ची में नक्सलियों लिखा है हत्या का कारण:-
जवान के शव के साथ मिले नक्सलियों के पर्चा में नक्सलियों ने लिखा है की सन् 2006 सलवा जुडूम से लेकर 2021 तक डीआरजी जवान के रूप में काम करते हुए उन्होंने जवान मुरली ताती ने गद्दारी की हैं जिसके कारण जवान की हत्या जा रही ताकी आगे से कोई भी डीआरजी जवान जैसी गद्दारी भविष्य में न करें। नक्सलियों ने पर्चे में डीआरजी जवान के अपराध भी लिखे है जिसके कारण उसकी हत्या की गई नक्सली पर्ची में लिखा है कि 15 सालों में जवान मुरली ताती ने एड्समेटा, पालनार, मुधवेंडी गांव में हमला कर ग्रामीणों की हत्या की हैं साथ ही ग्रामीण महिलाओं पर अत्याचार किया उनके साथ छेड़छाड़ किया व ग्रामीणों को कई बार फर्जी मुठभेड़ का शिकार बनाया और उनकी हत्याएं की इसके अलावा जवान ने घर संपत्ति लूटपाट और लोगों को फर्जी केस में फंसाकर जेल में बंद करने जैसे काम भी किया है जिसके कारण उसकी हत्या की गई हैं।
मिली जानकारी अनुसार बीजापुर एएसपी पंकज शुक्ला ने जवान की पहचान कर ली है जिसके बाद शहीद जवान की बॉडी को परिजनों को दिखाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जनअदालत से लिया गया हत्या का फैसला:-
बीजापुर में हुए 3 अप्रैल के मूठभेड़ में बेहोश जवान राकेश्वर सिंह को जनअदालत लगाया था जिसमे उसे छोड़ने के लिए जनराय बन गई थी लेकिन इस बार नक्सलियों द्वारा लगाए जन अदालत में फैसला हुआ की डीआरजी जवान si मुरली ताती की हत्या कर दी जाएं जिसके बाद उसकी हत्या नक्सलियोंं द्वारा कर दी गई ।
[contact-form][contact-field label=”Name” type=”name” required=”true” /][contact-field label=”Email” type=”email” required=”true” /][contact-field label=”Website” type=”url” /][contact-field label=”Message” type=”textarea” /][/contact-form]