छत्तीसगढ़राज्यरायपुर

राज्यभर में बन रहे सी-मार्ट : अब शहरों में एक छत के नीचे मिलेंगे गांवों में तैयार उत्पाद

गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों का होगा विक्रय

रायपुर : राज्यभर में बन रहे सी-मार्ट : अब शहरों में एक छत के नीचे मिलेंगे गांवों में तैयार उत्पाद

WhatsApp Image 2025-08-07 at 11.02.41 AM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 6.10.42 PM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 6.30.06 PM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 6.53.54 PM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 6.35.56 PM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 7.00.17 PM
WhatsApp Image 2025-08-09 at 7.56.08 PM (1)
WhatsApp Image 2025-08-10 at 12.57.14 PM
WhatsApp Image 2025-08-10 at 12.47.04 PM
mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)
WhatsApp Image 2025-08-03 at 9.25.33 PM (1)
WhatsApp Image 2025-08-07 at 11.02.41 AM

गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल सी-मार्ट की स्थापना को लेकर राज्यभर में तैयारी जोरों पर है। गांव में तैयार होने वाले विभिन्न उत्पादों को नया बाजार देने और शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध कराने राज्य सरकार ने सी-मार्ट (छत्तीसगढ़-मार्ट) का कॉन्सेप्ट लाया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सी-मार्ट की स्थापना के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरे चरण में राज्य से बाहर में महानगरों में सी-मार्ट स्थापित किए जाएंगे। इस कड़ी में बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में 6 हजार वर्गफीट बनकर तैयार हो चुका है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शीघ्र ही करेंगे।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों, बुनकरों, दस्तकरों, कुम्भकरों और अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों को एक ही छत्त के नीचे विक्रय करने के लिए सकारात्मक पहल की है। सी-मार्ट को लेकर तैयार प्रारूप के अनुसार गौठानों में कार्यरत महिला-स्वसहायता समूह द्वारा तैयार विभिन्न तरह के उत्पाद समेत गांवों में बनने वाले अनेक तरह के उत्पादों को एक छत के नीचे बिक्री के लिए रखा जाएगा। इससे ग्रामीण स्तर पर रोजगार के साधन बढ़ेंगे। सी-मार्ट महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों के लिए आत्मनिर्भर बनने की राह में मील का पत्थर साबित होगा। उनसे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और आर्थिक स्थिति सुधरेगी।

Ashish Sinha

WhatsApp Image 2025-08-03 at 9.25.33 PM (1)
WhatsApp Image 2025-08-07 at 11.02.41 AM
WhatsApp Image 2025-08-10 at 1.46.08 PM (2)

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!