मोदी सरकार की बेरुखी के चलते महामारी में करोड़ों छोटे व्यवसाय भी तबाही की कगार पर!: स्वामीनाथ जयसवाल
नई दिल्ली भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी नाथ जायसवाल प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मोदी सरकार भले ही वर्तमान के बदलते परिवेश में आत्मनिर्भर भारत का सपना संजोए बैठी है लेकिन राजनीतिक बेरुखी के चलते उसकी सबका साथ सबका विकास व आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना धूल चाटती नजर आ रही है इस संदर्भ में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जयसवाल ने बताया कि राजधानी जैसे शहर में भी हजारों कल कारखानों व्यापारी व्यवसायी तालाबंदी व बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं और लाखों कामगार वर्ग बेरोजगारी की विवेचना से जूझने को मजबूर हो उस देश में आत्मनिर्भर भारत का सपना देखना भी बेमानी है स्वामीनाथ जायसवाल ने बताया कि मोदी सरकार की बेरुखी के चलते इस महामारी में जहां देश के करोड़ों व्यापारी व्यवसायी भी तबाही के कगार पर होते नजर आ रहे हैं वहीं छोटे दुकानदारों व्यवसाई की तबाही के कारण रोजगार को लेकर देशभर में मचा हाहाकार और भी भयावह होता दिखाई दे रहा है स्वामीनाथ ने बताया कि आंकड़े बता रहे हैं यदि सरकार ने इस वर्ग की मदद करने के प्रयास नहीं किए तो देश के हालात और भी भयावह हो सकते हैं उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को यह स्मरण होना चाहिए कि देश के 7 करोड़ से अधिक व्यापारी दुकानदार व्यवसाई छोटे दुकानदार
कारखाना 40 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं प्रतिवर्ष 60 लाख करोड़ से भी अधिक का बिजनेस करते हैं साथ ही सरकार को प्रतिवर्ष हजारों करोड़ का टैक्स भी देते हैं लेकिन विडंबना है कि इस देश में कोई भी नीति बनाते समय केंद्र सरकार द्वारा ना तो इस वक्त से कोई सलाह दी जाती है और ना ही इस बार के हित में को कोई प्राथमिकता दी जाती है बड़े दुख की बात है कि लॉकडाउन में सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की पहले घोषणा की थी लेकिन उसमें भी ईश्वर को कुछ नहीं दिया गया आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि सरकार अल्पसंख्यक योजनाओं पर तो करोड़ों खर्चा करती है लेकिन देश के इन जरूरतमंद व्यापारी दुकानदारों व व्यवसायियों के लिए कोई योजना नहीं लाती है स्वामीनाथ जायसवाल ने बताया महामारी के इस वह बाद और में के वर्क अनेकों प्रकार के वित्तीय संकट से जूझ रहा है हालात यह हैं कि रिटेल व्यापार व्यापार ठप होने के कगार पर पहुंचा दिखाई देने लगा है इंटक नेता अविनाश जयसवाल ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि व्यापारी व्यवसायी वह भारतीय मजदूर कांग्रेस इंटक की मांग है कि देश के करोड़ों व्यापारियों व्यवसाई व कारखानेदार के साथ बेरोजगारी की विवेचना क इनसे जुड़े करोड़ों कामगारों की जिंदगी पटरी पर लाने हेतु इन्हें आर्थिक रूप से मदद की जाए जिससे देश में महामारी के साथ-साथ विवाह होती बेकारी के प्रकोप पर लगाम लगाई जा सके स्वामीनाथ जायसवाल ने कहा कि दुकानदारों व्यवसायियों व कारखाने दारू के लिए वर्तमान में अपने-अपने सरकार व बिजनेस को चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि महामारी वह मंदी के इस दौर में इनके लिए लाइसेंस फीस बिजली पानी व बिल की जो जीएसटी अदा करने का जो जंजाल बना हुआ है इस बारे में स्वामी नाथ जायसवाल का कहना है कि सरकार को इस संदर्भ में ईश्वर के छोटे छोटे व्यापारियों को कम से कम पूरे लॉकडाउन पीरियड के दौर की विशेष छूट देनी चाहिए।











