
Satara Suicide Case: रेप आरोपी PSI गोपाल बादाने गिरफ्तार, डॉक्टर के सुसाइड नोट में सांसद का नाम
सतारा डॉक्टर संपदा मुंडे सुसाइड केस में रेप/उत्पीड़न आरोपी PSI गोपाल बादाने और प्रशांत बंकर गिरफ्तार। डॉक्टर के 4 पेज के सुसाइड नोट में फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए सांसद और उनके PA द्वारा दबाव बनाने का भी खुलासा हुआ है। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान।
सतारा डॉक्टर सुसाइड केस: दोनों मुख्य आरोपी PSI गोपाल बादाने और प्रशांत बंकर गिरफ्तार, सुसाइड नोट में सांसद का नाम
सतारा, महाराष्ट्र (26 अक्टूबर 2025): महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटण स्थित उपजिला अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर संपदा मुंडे के आत्महत्या मामले में पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) गोपाल बादाने ने शनिवार शाम को फालतन ग्रामीण थाने में जाकर सरेंडर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। वहीं, सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बंकर को भी गिरफ्तार कर चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
सुसाइड नोट और मुख्य आरोप
डॉक्टर ने 23 अक्टूबर को सुसाइड किया था और अपनी हथेली पर दोनों आरोपियों के नाम लिखे थे।
| आरोपी का नाम | आरोप (सुसाइड नोट के अनुसार) | पुलिस द्वारा दर्ज धाराएं |
| गोपाल बादाने (PSI) | पिछले 5 महीने में 4 बार बलात्कार किया। आरोपियों के फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने का दबाव बनाया। | BNS की धारा 64 (2) (N) (बलात्कार), 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) |
| प्रशांत बंकर (सॉफ्टवेयर इंजीनियर) | मानसिक उत्पीड़न किया। (डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले उससे फोन पर बातचीत भी की थी)। | मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाना |
सुसाइड नोट में राजनीतिक दबाव का खुलासाडॉक्टर के 4 पेज के सुसाइड नोट में एक सांसद और उनके दो पर्सनल असिस्टेंट (PA) के नाम भी अंकित हैं। डॉक्टर ने आरोप लगाया:
- सांसद के दो PA अस्पताल आए थे और अन्य केस से जुड़े आरोपियों के फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव बनाया।
- मना करने पर सांसद से फोन पर बात कराई गई थी।
प्रशासनिक और न्यायिक कार्रवाई
- महिला आयोग का संज्ञान: महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है और सतारा पुलिस को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।
- FIR: फलटण सिटी पुलिस में BNS की धारा 64 (2) (N) (बलात्कार) और 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
- बादाने का निलंबन: गोपाल बादाने का नाम जांच में सामने आने के बाद उन्हें पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था।
पारिवारिक उत्पीड़न का आरोप: डॉक्टर के चचेरे भाइयों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने जानबूझकर उन्हें पोस्टमॉर्टम की ड्यूटी दी, जिससे उनका उत्पीड़न हो। डॉक्टर को पहले भी पुलिस अधिकारियों से धमकियां मिल रही थीं। डॉक्टर का अंतिम संस्कार शुक्रवार रात उनके पैतृक गांव बीड़ के वड़वानी तहसील में किया गया।











