गोपाल सिंह विद्रोही /प्रदेश खबर /प्रमुख छत्तीसगढ़/बिश्रामपुर-एन डी ए की मोदी सरकार ने 26 मई 2014 को शपथ लिया था। इस दिन को पुरे देश में एटक यूनियन सहित अन्य केन्द्रीय श्रमिक संगठनो ने काला दिवस के रूप में मनाया गया। एसकेएमएस (एटक) एसईसीएल ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि आज एसईसीएल के प्रत्येक क्षेत्रों सहित बिश्रामपुर की सभी खदानों मे एटक यूनियन द्वारा काला फीता लगाकर नारेबाजी करते हुए काला दिवस मनाया गया ।
खदानों में गेट मिटिंग के दौरान बताया गया कि एनडीए की मोदी सरकार ने जब से शपथ लिया उसी दिन से देश की जनता के लिए काला दिवस शुरू हो गया। मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को खत्म कर सरकार ने 4 लेबर कोड पारित कर दिया है, जिसमे मजदूरों के अधिकार खत्म किए जा रहे हैं, देश के सरकारी उपक्रमों को पूंजीपतियों के हाथों बेचा जा रहा है। कर्मचारियों को 35 वर्ष की सेवा या 50 वर्ष की आयु के बाद जबरन रिटायर करने की योजना सरकार ला रही है, रात्रि पाली में महिलाओं को ड्यूटी करने का कानून पास कर दिया गया है, कोल इंडिया को कई कंपनियों में बांटने की योजना चल रही है। इसी तरह के तमाम फैसलों के विरोध में क्षेत्र की सभी खदानो मे जम कर नारेबाजी करते हुये काला फीता बाँध कर प्रदर्शन किया गया।
कुम्दा उपक्षेत्र मे का0 कामदेव सिंह, हरगोविंद सिंह, महेश राजवाडे रेहर खदान मे का0 हीरालाल, का0 विनोद सिंह, सजल मित्रा, गायत्री खदान मे का0 बेनुगोपाल, का0 मनोज, का0 वीसी जैन, का0 तैयब अली, कां0 के के सिंग, का0 चंदन पाठक, आमगावँ खदान मे का0 हर्ष शर्मा, का0 विपिन नायडू, केतकी खदान मे का0 राजेश त्रिपाठी, का0 अख्खे, का0 अनिल सिंह, का0 भुनेश्वर मांझी, तथा जीएम यूनिट मे का0 दीप सिंह, का0 राजेश विठाल्कर, का0 मुरलीधर के नेतृत्व मे काला दिवश आन्दोलन को संपन्न किया गया। का0 अजय विश्वकर्मा का0 पंकज गर्ग ने सभी नेतृत्वकारी साथियों सहित क्षेत्र के सभी कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापन किया ।
