*सरायपाली* खसरा नंबर 682 जो शासकीय भूमि राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। इस भूमि को राजेश मित्तल पिता काशी राम और उनके सात भाइयों ने मिलकर लोगों को कई करोड़ों में पदमपुर रोड पर अवैध रूप से विक्रय किया है। जिसकी शिकायत पूर्व अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत को किया गया था। जिसमें श्री दुदावत के द्वारा कार्यवाही करते हुए तहसीलदार युवराज कुर्रे को जांच प्रतिवेदन के लिए दिया गया था। लेकिन राजेश मित्तल और युवराज कुर्रे जी का मधुर संबंध होने के कारण उन्होंने इस जांच को आज तक पूरा नहीं करते हुए उस जांच की फाइल को न्यायालय में पदस्थ बाबू ईश्वर गुरु के द्वारा ठंडे बस्ते में दबा दिया गया है। इसी प्रकार से वार्ड क्रमांक 10 महारानी लक्ष्मी बाई के गली जो 36 फीट चोड़ी है और वर्तमान में 6 फीट बची हुई है। जिसके 30 फीट पर अतिक्रमण का मामला भी जिसको भी आज कई वर्षों से तहसील न्यायालय में दबा दिया गया है। इसी प्रकार और भी कई सरकारी भूमि में अतिक्रमण का मामला न्यायालय में शिकायत के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। जिस कारण नगर में परदेशी भूमाफियाओं का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे मामलों की जांच समय पर नहीं होने के कारण खसरा नंबर 727, 1,2,3,4,5 अग्रवाल धर्मशाला के पास जो मंदिर स्कूल के पीछे की भूमि है। उक्त भूमि को भी कुछ भूमाफिया बड़े तेज गति से निर्माण करने के चक्कर में लगे हुए हैं। क्या ऐसे सरकारी संपत्ति की रक्षा करने के लिए राजस्व विभाग में कोई सक्षम अधिकारी नहीं है? आगे इंतजार कीजिए……..
*चिराग की चिंगारी बजरंग सेन की रिपोर्ट…..