
Ambikapur : जीवन को वृक्षों की तरह परोपकारी बनायें : स्वामी सत्यानन्द………….
सप्तदिवसीय संतसम्मेलन..........
जीवन को वृक्षों की तरह परोपकारी बनायें : स्वामी सत्यानन्द………….
ब्यूरो चीफ/सरगुजा// अग्रसेन भवन में संतसम्मेलन के छठे दिन सोहं पीठाधीश्वर श्री स्वामी सत्यानन्द जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए थे बात कही। उन्होंने वृक्ष का उदाहरण देते हुए कहा कि वृक्ष सदैव परोपकार करता रहा है। उसके पत्ते, फल, फूल, शाखा, डाली, तना एवं जड़ सभी उपयोगी हैं। वृक्ष ऑक्सीजन देकर कार्बन डाई ऑक्साइड ग्रहण करते हैं। प्रदूषण को कम करते हैं वर्षा को आकर्षित करते हैं। जिनका पूरा जीवन परोपकारमय है। इनसे हम सभी को शिक्षा लेनी चाहिए की हमारा जीवन आदर्श और परोपकारमय बने।
हम सभी को पर्यावरण को शुद्ध रखने पर ध्यान देना चाहिए। गरीबों की सहायता, शिक्षा व संस्कृति, गौरक्षा, के प्रति सजग रहना चाहिए। रामायणी स्वामी ज्ञानानंद जी ने आपस मे स्नेहपूर्वक रहने की सलाह दी। प्रणवानंद, प्रज्ञानंद, नारायणानंद और अरुण स्वरूप ने भी सत्संग द्वारा श्रोताओं का मार्ग दर्शन किया। इस अवसर पर गरीबराम अग्रवाल, मुकेश जी, श्रीनिवास जी, सत्यनारायण जी, दिनेश जी, विनोद जी,पूनम जी सहित अन्य उपस्थित थे। कल सत्संग का समापन होगा।