छत्तीसगढ़ताजा ख़बरेंब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिराज्यरायपुर

निराश्रित वृद्धजनों के लिए स्नेह सदन वृद्धाश्रम: सम्मानजनक जीवन की ओर एक संवेदनशील पहल

निराश्रित वृद्धजनों के लिए स्नेह सदन वृद्धाश्रम: सम्मानजनक जीवन की ओर एक संवेदनशील पहल

WhatsApp Image 2025-10-30 at 2.49.35 PM

रायपुर : समाज की उन्नति और संवेदनशीलता की पहचान इस बात से होती है कि वह अपने बुजुर्ग नागरिकों का कितना सम्मान करता है और उनके कल्याण के लिए कितनी प्रतिबद्धता दिखाता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसी सोच के तहत राज्य के सभी निराश्रित वृद्धजनों को आश्रय और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के लिए स्नेह सदन वृद्धाश्रम का संचालन शुरू किया है। यह पहल उन बुजुर्गों के लिए एक वरदान साबित हो रही है जो किसी कारणवश अपने परिवार से अलग हो गए हैं या जिनके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं है।

स्नेह सदन वृद्धाश्रम की आवश्यकता और उद्देश्य

वृद्धावस्था एक ऐसा पड़ाव है जिसमें व्यक्ति को न केवल शारीरिक सहायता बल्कि मानसिक और भावनात्मक सहयोग की भी आवश्यकता होती है। कई बुजुर्ग जीवन के इस पड़ाव में अकेले रह जाते हैं और उन्हें आर्थिक व सामाजिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। स्नेह सदन वृद्धाश्रम का मुख्य उद्देश्य ऐसे सभी निराश्रित वृद्धजनों को आश्रय, चिकित्सा सुविधा, पोषण, सुरक्षा और एक सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है।

वृद्धाश्रम की विशेषताएँ

छत्तीसगढ़ सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित यह वृद्धाश्रम निम्नलिखित विशेष सुविधाएँ प्रदान करता है:

निःशुल्क आवासीय सुविधा – वृद्धजनों को आरामदायक और सुरक्षित रहने की व्यवस्था दी जाती है।

भोजन और पोषण – संतुलित और स्वास्थ्यवर्धक भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है।

चिकित्सा सुविधा – नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, दवाइयाँ और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।

सामाजिक एवं मानसिक सहयोग – बुजुर्गों की मानसिक और भावनात्मक स्थिति को मजबूत करने के लिए काउंसलिंग एवं मनोरंजन की व्यवस्था की जाती है।

सुरक्षा और देखभाल – वृद्धाश्रम में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष देखभाल की जाती है।

सामाजिक पुनर्वास – यदि संभव हो तो बुजुर्गों को पुनः उनके परिवार से जोड़ने का प्रयास किया जाता है।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

वृद्धाश्रम में प्रवेश की प्रक्रिया

यदि कोई निराश्रित बुजुर्ग स्नेह सदन वृद्धाश्रम में प्रवेश लेना चाहता है, तो वह निम्नलिखित प्रक्रिया के माध्यम से आवेदन कर सकता है:

समाज कल्याण विभाग से संपर्क करें – इच्छुक व्यक्ति या उनके परिजन निकटतम समाज कल्याण विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

दस्तावेज़ों की आवश्यकता – आवेदन के साथ आधार कार्ड, उम्र प्रमाण पत्र, चिकित्सा रिपोर्ट आदि दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे।

स्वास्थ्य परीक्षण – वृद्धाश्रम में प्रवेश से पहले स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है ताकि आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं का प्रबंध किया जा सके।

स्वीकृति और आवंटन – सभी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद वृद्धाश्रम में प्रवेश की अनुमति दी जाती है।

समाज और नागरिकों की भूमिका

इस पहल को सफल बनाने में सरकार के साथ-साथ समाज और नागरिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।

परिवारों की जिम्मेदारी – परिवारों को अपने बुजुर्गों की देखभाल के प्रति अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है।

सामाजिक संगठनों की भागीदारी – एनजीओ और स्वयंसेवी संगठन वृद्धजनों की सहायता के लिए आगे आ सकते हैं।

युवा पीढ़ी की सहभागिता – युवाओं को अपने परिवार के बुजुर्ग सदस्यों के साथ अधिक समय बिताना चाहिए और उनकी जरूरतों को समझना चाहिए।

दान और सहयोग – इच्छुक व्यक्ति या संगठन वृद्धाश्रम के संचालन के लिए दान और सहायता प्रदान कर सकते हैं।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित स्नेह सदन वृद्धाश्रम एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है, जो निराश्रित वृद्धजनों को सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन प्रदान करने में सहायक है। यह पहल न केवल बुजुर्गों की भौतिक आवश्यकताओं को पूरा कर रही है, बल्कि उन्हें समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाए रखने में भी योगदान दे रही है। सभी नागरिकों का कर्तव्य है कि वे इस पहल को सफल बनाने में अपना सहयोग दें, ताकि हमारे वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन के इस पड़ाव को सम्मान और आत्मसम्मान के साथ व्यतीत कर सकें।

Ashish Sinha

e6e82d19-dc48-4c76-bed1-b869be56b2ea (2)
WhatsApp-Image-2025-10-20-at-8.37.24-PM-1-300x280
WhatsApp-Image-2025-09-23-at-1.09.26-PM-300x300
IMG-20250923-WA0360-300x300
WhatsApp-Image-2025-09-25-at-3.01.05-AM-300x298
BackgroundEraser_20250923_132554448-1-300x298

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!