
बस्तामुक्त विद्यालय शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रुनियाडीह मे आमाराइट परियोजना बच्चो को वितरित
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख छत्तीसगढ क्षेत्र के प्रथम बस्तामुक्त विद्यालय शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रुनियाडीह में राज्य शासन से प्राप्त दिशा निर्देश के परिपालन एवं जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय सहित विकास खंड शिक्षा अधिकारी से प्राप्त मार्गदर्शन में बच्चों के लिए ग्रीष्मकालीन आमाराइट परियोजना के तहत हस्तलिखित प्रश्न पत्र निर्माण कर बच्चों को उसकी फोटो कॉपी उपलब्ध कराई गई ताकि वे ग्रीष्मकाल में परियोजना को पूरी कर सकें। संस्था के प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी ने अपनी बातचीत में बताया कि राज्य शासन सहित जिले व विकास खंड के अधिकारियों की मंशा है कि ग्रीष्मकाल में भी बच्चे पढ़ाई से सतत जुडे रहें और वे अपनी पसंद की चीजो का अध्ययन सतत करते रहें जिससे उनकी पढ़ाई की तारतम्यता बनी रहे। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन का कार्य बाधित है ऐसे मे बच्चे पढ़ाई से पूरी तरह ना छूटे वह अपनी पढ़ाई को अनवरत जारी रख सकें इस दिशा में आमाराइट परियोजना के माध्यम से बच्चों में सामान्य ज्ञान सहित अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण व विज्ञान जैसे विषय से प्रश्नों को लेकर परियोजना को तैयार की गई है, जो बच्चों के लिए रुचिकर भी है। संस्था के बाल कैबिनेट के प्रधानमंत्री सुश्री सलिता राजवाड़े द्वारा खुशी जाहिर करते हुए बताया गया कि इस परियोजना के माध्यम से हमें व्यस्त रखने का प्रयास किया गया है जो निःसंदेह हमारे लिए लाभदायक होगा क्योंकि इससे हमे अपने शैक्षिक ज्ञान में अभिवृद्धि के साथ-साथ हमें अपने गांव के बारे मे नवीन जानकारी जैसे प्रचलित किवदंती सहित गांव का नाम क्यों और कैसे पड़ा के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने का भी अवसर मिलेगा। संस्था के प्रधान पाठक सहित कार्यरत शिक्षिका श्रीमती तिलेश्वरी राजवाड़े द्वारा बच्चो के घर-घर जाकर बच्चों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया है तो वहीं प्रश्न पत्रों को सीमांचल त्रिपाठी, तिलेश्वरी राजवाड़े व रिजवान अंसारी द्वारा तैयार किया गया है।