
Ambikapur News : नेशनल पीस अवार्ड के लिए चयनित हुई सरगुजा से- अनिता मंदिलवार…….
नेशनल पीस अवार्ड के लिए चयनित हुई सरगुजा की अनिता मंदिलवार सपना.......
नेशनल पीस अवार्ड के लिए चयनित हुई सरगुजा से- अनिता मंदिलवार…….
P.S.YADAV/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// शान्ती फॉउंडेशन गोण्डा उत्तर प्रदेश में आयोजित स्व.चतुरीराम आनन्द जी के पुण्यस्मृति में आयोजित नेशनल पीस अवार्ड के लिए पूरे भारत से सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सभी क्षेत्रों से अवलोकन चयन समिति द्वारा किया गया जिसमें पिंकी देवी अध्यक्ष शान्ती फाउंडेशन गोण्डा कार्य क्षेत्र सम्पूर्ण भारत, गया प्रसाद आनन्द सचिव, शिव प्रसाद संस्थापक, रमेश आनन्द कोषाध्यक्ष, संजय कुमार मीडिया प्रभारी व सुनील कुमार आनन्द कार्यक्रम संयोजक के द्वारा अनिता मंदिलवार सपना, व्याख्याता, साहित्यकार का शिक्षा, साहित्य और सामाजिक कार्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए का चयन किया गयाl जिसके लिए उन्हें संस्था के संयोजक सुनील कुमार आनन्द ने बधाई दी ।
अनिता के साथ पूरे भारत से 100 से अधिक लोगों का चयन किया गया है जिन्हें 14 फरवरी को पद्मश्री डॉ विजय कुमार शाह महाराष्ट्र सरंक्षक शान्ती फॉउंडेशन गोण्डा के द्वारा सम्मानित किया जायेगा। अनिता मंदिलवार सपना की इसके पहले लगभग तीन सौ पचास साझा संग्रह और दस एकल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । साहित्यिक योगदान के लिए इन्हें पहले भी बहुत बार सम्मानित किया गया है । इसके पहले लगभग छ: सौ से अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं । वर्तमान में वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। वह सम्मानित करने के लिए संस्थान को ह्रदय से आभार व्यक्त करती है ।
साहित्यिक संस्थानों में कलम की सुगंध छत्तीसगढ़ प्रांताध्यक्ष, राष्ट्रीय सखी साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ की प्रांताउपाध्यक्ष, व्यंग्यम साहित्यिक समिति की अध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था महिला काव्य मंच सरगुजा जिलाध्यक्ष, मानव कल्याण एवं सामाजिक विकास संगठन की छ ग प्रांत उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था शब्दाक्षर की सरगुजा जिलाध्यक्ष, स्वदेश संस्थान की सरगुजा प्रभारी,यूथ वर्ल्ड की राष्ट्रीय इकाई की सदस्य, हिन्दी साहित्य भारती सरगुजा की संयुक्त मंत्री, अखिल भारतीय हिंदी महासभा की सरगुजा जिला उपाध्यक्ष, आगमन साहित्यिक संस्था की प्रदेश सांस्कृतिक सचिव, कलम की अभिव्यक्ति की समीक्षक के पद के साथ सौ से अधिक साहित्यिक संस्थानों में साहित्यिक सेवाएं प्रदान कर रही हैं ।