
रामायण से गांव में आती है सुख-शांति और समृद्धि – हीरा देवी
रामायण से गांव में आती है सुख-शांति और समृद्धि – हीरा देवी
बेमेतरा – बेरला ब्लाक के ग्राम कोसपातर (बारगांव) में तीन दिवसीय श्रीराम कथा मानस सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कथा का समापन 26 फरवरी को होगा। कथा का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर बेरला जनपद पंचायत अध्यक्ष हीरा देवी वर्मा ने कहा कि आज के युवा धार्मिक आयोजनों से दूर होते जा रहे हैं, यही वजह है कि पाश्चात्य संस्कृति हावी होती जा रही है। ऐसे समय में अखंड रामायण व अन्य धार्मिक आयोजन का होना आवश्यक है। इससे गांव में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
सम्मेलन में प्रत्येक मंडली को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। साथ ही प्रत्येक मंडली को आयोजक समिति द्वारा श्रीफल के साथ उपहार स्वरूप नगद राशि प्रदान किया गया। इसके साथ ही प्रत्येक मंडली को स्व. प्रेमचंद पारख की स्मृति में विजय पारख द्वारा प्रतीक चिन्ह दिया जाएगा। आज ये मंडली अपनी प्रस्तुति देंगे रविवार को जय मां शीतला मानस मण्डली भिलौरी (नयापारा), शिव शक्ति मानस परिवार नेवारी खुर्द (बालोद), नवनीत मानस मण्डली नंदनी नगर, स्वास्तिक महिला मानस मण्डली खरथुली, जय सरस्वती संपूर्ण महिला मानस मण्डली भरदा खुर्द, श्री हनुमत मानस मण्डली पिपरिया, संगीत मानस मण्डली निपानी, श्री मुक्ता मानस मण्डली कुर्सीपार भिलाई, ज्योति बालिका मानस मण्डली थनौद (चम्पारन), सत्यम मानस परिवार चरमुरिया (धमतरी) द्वारा श्रीराम चरित्र मानस की बाल पाठ, अरण्य काण्ड के दोहा आदि को प्रस्तुत किया जाएगा। आयोजन की तैयारी में मुख्य रूप से उपाध्यक्ष तखत राम साहू, कोषाध्यक्ष गिरवर दास मानिकपुरी, संयोजक तनेश्वर साहू, व्यवस्थापक समीर वर्मा, देवेंद्र वर्मा, शिव मुनीम, सदस्यगण जयलाल वर्मा, टोपसिंह साहू, धर्मेंद्र पाटिल, राघवेंद्र साहू, तीजराम साहू, ईश्वर साहू, भगत राम साहू, नोहर साहू, बल्ला निषाद, फत्ते साहू, मुंशी साहू, रमेश निषाद, रामस्वरूप साहू, मनोज साहू, पंकज निषाद, कुलेश साहू, गोपाल साहू, राहुल साहू, डोमार साहू, अश्वनी साहू सहित जय दुर्गा मानस मंडली कोसपातर के पदाधिकारी जुटे हुए हैं।
श्रीराम जी हम सब के आदर्श हैं और सदैव रहेंगे : पारख
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व समिति के अध्यक्ष विजय पारख ने कहा कि निश्चित ही श्रीराम हम सब के आदर्श हैं और सदैव रहेंगे। प्रभु श्रीराम ने जिस प्रकार एक आदर्श के रूप में सामना कर मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए, उसी प्रकार हमारे जीवन में आने वाली कठिनाइयों का सामना हमें भी आदर्श के साथ करना चाहिए। हमें रामायण पाठ से भगवान श्रीराम चंद्र के जीवन जो घटनाएं घटी और उस विषम परिस्थितियों में भगवान श्रीराम ने जो धैर्य का परिचय दिया है उसे हम सभी को आत्मसात करना चाहिए।