
हिराबतर गांव में फिर से शुरू हुआ स्कूल, बच्चों को नियमित शिक्षा मिलेगी
शासन से समझौता होते ही दोनों स्कूलों में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
गरियाबंद // छुरा विकासखण्ड के गांव हीराबतर में अनुविभागीय अधिकारी विशाल महाराणा, जिला शिक्षा अधिकारी ए.के. सारस्वत और तहसीलदार योगेंद्र देवांगन ने पहुंच कर कुछ दिनों से बंद स्कूल को फिर से शुरू किया, कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर। शिक्षा विभाग ने बताया कि ग्राम हिराबतर में प्राथमिक विद्यालय और माध्यमिक विद्यालय दोनों एक ही जगह में हैं। वर्तमान में स्कूल की संख्या 71 दर्ज है। जिसमें दो शिक्षक हैं, एक शिक्षक का पद रिक्त है,माध्यमिक स्कूल में दर्ज संख्या-38, जिसमें तीन शिक्षक हैं, शिक्षक पर्याप्त है। शासन के निर्देशों के अनुसार, प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक की प्रतिपूर्ति होगी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ईश्वर नेताम को सूचित किया है। शिक्षकों का शासन से जुटना बंद है, जैसे शासन युक्तियुक्तकरण करेगा। दोनों स्कूलों में दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षकों का चयन होगा। वर्तमान में दोनों स्कूलों को एक साथ चलाने का आदेश प्रधानपाठक को दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष को बताया कि स्कूल बंद है और बच्चों को स्कूल आने के लिए कहा गया है। उनका कहना था कि दोनों संस्थाओं को मिलकर संचालित करने से अध्यापन कार्य आसानी से किया जा सकता है। अधिकारियों की सलाह से गांव वालों ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए स्कूल को पहले शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। कल से सभी बच्चे नियमित स्कूल जाएंगे।अधिकारियों की एक संयुक्त टीम गांव पहुंचकर पालकों से बताया कि स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे जैसे ही युक्तियुक्तकरण का आदेश मिलेगा। जिससे सभी पालकों ने सहमत किया। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को गणवेश और पाठ्यपुस्तकें दी गई हैं। स्कूल आज से नियमित रूप से चलेगा, क्योंकि सभी पालक सहमत हैं।