
जल स्रोतों का साफ-सुथरा होना जरूरी: मुख्य सचिव
जल स्रोतों का साफ-सुथरा होना जरूरी: मुख्य सचिव
रायपुर/मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि स्रोतों, या जल निकायों को साफ-सुथरा रखना सबकी जिम्मेदारी है। नदियों, तालाबों और अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित नहीं करना चाहिए। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में आवास एवं पर्यावरण विभाग द्वारा आज मंत्रालय महानदी भवन में अधिकारियों को संबोधित किया गया। जल संसाधन, नगरीय प्रशासन एवं विकास, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को राज्य की नदियों, जलाशयों, तालाबों और अन्य जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने के लिए एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में अधिकारियों ने जल निकायों की रक्षा, भूजल निकासी, जल संरक्षण, जल की गुणवत्ता बनाये रखने और अपशिष्ट प्रबंधन सहित अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। मुख्य सचिव ने नगरीय निकायों को निकायवार कचरा प्रबंधन और नियमित निगरानी करने को कहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अधिकारियों से कहा कि वे निर्देशों का पालन करें। आवास एवं पर्यावरण सचिव श्रीमती आर.शंगीता और जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव राजेश सुकुमार टोप्पों ने बैठक में भाग लिया।