
गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण कार्य करने से नाराज ग्रामीण
सडीओ एवं कार्यपालन अभियंता से मिलीभगत कर ठेकेदार द्वारा करोड़ों की गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण कार्य करने से नाराज ग्रामीण
देवभोग// एसडीओ एवं कार्यपालन अभियंता से मिलीभगत कर ठेकेदार द्वारा करोड़ों की गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण कार्य करने से नाराज ग्रामीण ताकि गुणवत्ताहीन सड़क बनाकर अपनी अपनी झोली भरने वाले ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही का डंडा चलाया जा सके उल्लेखनीय हो की अमलीपदर उरमाल से देवभोग सड़क चौड़ीकरण मजबूती करण के लिए तत्कालीन भूपेश बघेल की सरकार ने 37 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दिया जिसे पीडब्ल्यूडी ने 27 करोड़ में किया लेकिन कागजी राशि अनुसार बिल्कुल भी खर्चे नहीं होने का दावा संजय नेताम ने किया तभी आज महज साल भर के भीतर सड़क चौड़ीकरण मजबूती करण की दुर्दशा देखने को मिल रहा है मतलब सरकार की राशि बंदरबाट की बलि चढ़ गया यही वजह है कि स्थानीय लोगों से लेकर जनप्रतिनिधियों में काफी ज्यादा आक्रोश देखने को मिल रहा है क्योंकि वर्तमान में अमलीपदर से देवभोग तक कई जगह सड़क उखड़ने के साथ दरार भी देखा जा रहा है और वर्तमान सड़क की हालत यह देखने को मिल रहा है तो आगमी दिनों में होने वाली सड़क दुर्दशा का आंकलन आसानी से किया जा सकता है फिर भी पीडब्लूडी विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी गहरी नींद से जागकर सड़क की हालत सुधारने के लिए कोई पहल नहीं कर रहे हैं जिसके कारण दुर्घटना होने की और अधिक संभावना बढ़ रही हैं इससे पहले भी गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण के चलते कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके है
जिस तरह करोड़ों की सड़क चौड़ीकरण कार्य में भर्रासाही को अंजाम दिया गया है उससे पीडब्लूडी विभाग प्रमुख भी भली भांति अवगत हैं लेकिन गुणवत्ताहीन कार्य में संलिप्त मैरिटल कंट्रोल पर किसी प्रकार कार्यवाही नहीं हो पाया ऐसे स्थानीय लोगों के अलावा जनप्रतिनिधियों में भी कलेक्टर से कार्यवाही की उम्मीद बनी हुई है हालांकि इस्टीमेट को दरकिनार कर गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण कार्य कराने को लेकर पहले भी कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने संज्ञान लेते जांच के निर्देश दिया था मगर वह जांच भी समय के साथ ठंडा बसता में दिखाई दे रहा है जिसका प्रमुख कारण है कि धरातल को छोड़ कार्यालय में बैठे बैठे जांच करने का आरोप भी लगता है