
मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते दिखे कृषि मंत्री के करीबी
मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते दिखे कृषि मंत्री के करीबी
प्रशासन ने नहीं दिखाई करवाई की हिम्मत…सुनील सिंह
बलरामपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन द्वारा दिए गए निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए फ़ोटो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है,और रामानुजगंज पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, कांग्रेस प्रवक्ता सुनील सिंह ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए भाजपा सरकार से पूछा है कि क्या स्थानीय पुलिस माननीय उच्च न्यायालय एवं मुख्य सचिव से भी उपर हैं?
माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ के आदेश के विपरीत रामानुजगंज में सड़क में केक काटने एवं आतिशबाजी करने वाले लोग कौन हैं,किसके इशारे पर पुलिस करवाई करने से पीछे हट रही है।
हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने प्रदेश के समस्त बड़े अधिकारियों के साथ अहम बैठक कर निर्देश दिया था कि सड़क में किसी का जन्म दिन या कोई भी निजी कार्य करने वाले के विरुद्ध दंडात्मक करवाई की जाएगी एवं सभी जिले के एसपी इस बात का कड़ाई से पालन कराएंगे, मुख्य सचिव के इस आदेश का कड़ाई से पालन भी हो रहा था जिसके तहत पूर्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा रायपुर शहर के नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के पुत्र द्वारा सड़क में केक काटकर जन्म दिवस मनाने के मामले में उसपर दंडात्मक करवाई भी की गई,मगर अन्य जगह इस आदेश का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे आराम कर रही है,गत दिवस 01 मार्च को छत्तीसगढ़ शासन के माननीय कृषि मंत्री रामविचार नेताम का जन्म दिवस था इस अवसर पर रामानुजगंज भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं में बीच सड़क पर केक काटते हुए एवं आतिशबाजी करते हुए मुख्य सचिव के आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई,और विधिवत इसका वीडियो एवं फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया लेकिन पुलिस प्रशासन करवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
रायपुर के महापौर पुत्र पर करवाई, तो रामानुजगंज भाजयुमो पर प्रशासन आखिर मेहरबान क्यों..?
कांग्रेस प्रवक्ता सुनील सिंह ने स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ माननीय उच्च न्यायालय एवं छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन द्वारा जारी निर्देश के विपरीत सड़क पर केक काटने वाले रायपुर के नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के सुपुत्र पर दंडात्मक करवाई की गई है,तो वही बीच सड़क पर केक काटकर उत्पात मचाने वाले रामानुजगंज भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर रामानुजगंज पुलिस कार्यवाही करने से क्यों पीछे हट रही है क्या रामानुजगंज पुलिस की नजर में उच्च न्यायालय एवं मुख्य सचिव के आदेशों से भी बड़े हैं जो उनके आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं,या फिर रामानुजगंज पुलिस किसी दबाव में हैं.?
कांग्रेस प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि रामानुजगंज क्षेत्र में ज्यादातर पुलिसकर्मी नियमविरुद्ध तरीके पोस्टेड हैं शायद इसी एहसान का कीमत चुकाने में व्यस्त हैं और भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर मेहरबानी दिखाते हुए उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ के आदेशों का अवहेलना करते हुए भाजयुमो कार्यकर्ता पर करवाई करने के बजाए मेहरबानी किया जा रहा है।
नियमविरुद्ध तरीके से थाना एवं चौकी का प्रभार दिए जाने से नियमविरुद्ध तरीके से मलाईदार पोस्ट पर पदस्थ हैं,शायद इसी एहसान के नीचे दबकर सत्ता पक्ष के भाजयुमो कार्यकर्ता पर मेहरबानी दिखाते हुए करवाई करने से पीछे हट रही है,आगे सुनील सिंह ने ये भी कहा कि यदि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया तो इस संबंध में कार्यवाही के लिए हर स्तर पर बात उठाई जाएगी।
बहरहाल विचारणीय तथ्य है कि मुख्य सचिव के आदेशों की अवहेलना करने वाले पर करवाई होती है या सब लिपापोती होती है।