
बिलासपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई: 8443 लीटर अवैध शराब नष्ट, नशे के कारोबार पर करारा वार!
बिलासपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 639 मामलों में जब्त 8443 लीटर अवैध शराब नष्ट, नशे के अवैध कारोबार पर कड़ा प्रहार!
बिलासपुर जिले के 17 थानों में चला अवैध शराब के विरुद्ध महाअभियान, हजारों लीटर नशीली सामग्री को किया गया विधिवत नष्ट
बिलासपुर। जिले में अवैध शराब के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने एक बड़ा अभियान चलाते हुए हजारों लीटर अवैध शराब को नष्ट कर दिया। बिलासपुर पुलिस ने 17 थाना क्षेत्रों में दर्ज 639 मामलों में जब्त 8443 लीटर अवैध शराब का विधिवत नष्टीकरण कर यह साफ संदेश दिया कि नशे के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस बड़ी कार्रवाई ने जिले में अवैध शराब तस्करों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में जब्त की गई शराब को न्यायालय के आदेशानुसार विधिवत नष्ट किया गया। इस अभियान में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, आबकारी विभाग के अधिकारी, न्यायालयिक प्रतिनिधि एवं मीडिया कर्मी भी उपस्थित रहे।
अवैध शराब तस्करों पर पुलिस का बड़ा प्रहार
बिलासपुर जिले में लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार सक्रिय था, जिससे क्षेत्र में अपराध और सामाजिक बुराइयों को बढ़ावा मिल रहा था। पुलिस को लगातार इस संबंध में शिकायतें मिल रही थीं कि कई स्थानों पर चोरी-छिपे शराब बेची जा रही है।
इसके बाद पुलिस ने व्यापक स्तर पर अभियान चलाते हुए 639 प्रकरणों में कुल 8443 लीटर शराब जब्त की, जिसे अब पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत नष्ट कर दिया गया है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद अवैध शराब माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं आम जनता ने पुलिस की इस पहल की सराहना की है।
कैसे किया गया शराब का नष्टीकरण?
पुलिस और प्रशासन ने इस कार्रवाई को पूरी पारदर्शिता के साथ अंजाम दिया। जब्त शराब को नष्ट करने के लिए विधिवत प्रक्रिया अपनाई गई, जिसमें न्यायालय के आदेशों के तहत विशेष टीम गठित की गई।
शराब को खुले स्थान पर इकट्ठा किया गया।
विशेष कंटेनरों में इसे डाला गया और कई कैमरों की निगरानी में पूरी प्रक्रिया पूरी की गई।
पर्यावरणीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शराब को खाद्य अपशिष्ट संयंत्र में निष्कासित किया गया।
इस पूरी कार्रवाई की मीडिया और अधिकारियों के सामने वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया के तहत हर प्रकार की अवैध शराब – देसी, विदेशी और मिलावटी शराब को पूर्णतः नष्ट कर दिया गया।
पुलिस की सख्त चेतावनी – नहीं चलेगा अवैध नशे का कारोबार!
इस कार्रवाई के बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने स्पष्ट संदेश दिया कि जिले में अवैध शराब बिक्री या तस्करी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एसपी ने कहा, “बिलासपुर जिले में अवैध शराब तस्करों के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई की जा रही है। किसी भी सूरत में जिले में अवैध नशे के कारोबार को फलने-फूलने नहीं दिया जाएगा। जो भी इसमें लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
इसके अलावा पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि यदि उनके आसपास कोई अवैध शराब का कारोबार करता है तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उन्हें उचित सुरक्षा भी दी जाएगी।
कैसे चलता था अवैध शराब का नेटवर्क?
बिलासपुर जिले में कई गिरोह अवैध रूप से शराब बेचने का कारोबार चला रहे थे। ये तस्कर मुख्यतः पड़ोसी राज्यों से शराब मंगवाकर उसे स्थानीय बाजार में ऊंचे दामों पर बेचते थे।
कुछ गिरोह फर्जी ब्रांड की शराब बेचते थे, जिसे स्थानीय स्तर पर तैयार किया जाता था।
ग्रामीण इलाकों में छोटे स्तर पर अवैध शराब निर्माण इकाइयां चलाई जा रही थीं।
शहरों में चोरी-छिपे शराब की बिक्री करने के लिए बंद दुकानों और गोदामों का उपयोग किया जाता था।
होटल, ढाबों और गुप्त स्थानों पर शराब की गुप्त डिलीवरी की जाती थी।
लेकिन बिलासपुर पुलिस की कड़ी निगरानी और सतर्कता से इस पूरे नेटवर्क को तोड़ दिया गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: “शराबबंदी की ओर बढ़ता बिलासपुर!”
पुलिस की इस कार्रवाई का स्थानीय निवासियों ने जोरदार समर्थन किया। कई नागरिकों ने इस बात पर खुशी जताई कि अब उनके इलाके में अवैध शराब का धंधा बंद हो रहा है।
स्थानीय निवासी रामेश्वर यादव ने कहा, “यह एक बहुत बड़ा कदम है। हमारे इलाके में कई बार शराब पीकर लोग उपद्रव करते थे। पुलिस की कार्रवाई से अब हमारे गांव-शहर ज्यादा सुरक्षित हो जाएंगे।”
एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता सीमा वर्मा ने कहा, “अवैध शराब की बिक्री से हमारे युवाओं का भविष्य खराब हो रहा था। पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। हम चाहते हैं कि इस तरह के अभियान लगातार चलाए जाएं।”
बिलासपुर पुलिस का अगला कदम – अवैध नशे के खिलाफ युद्ध!
इस बड़ी कार्रवाई के बाद अब बिलासपुर पुलिस का अगला लक्ष्य जिले में नशीली दवाओं, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों के खिलाफ भी सख्त अभियान चलाना है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अब ड्रग माफियाओं और नशे के अन्य अवैध कारोबारियों के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत –
अवैध शराब के ठिकानों पर नियमित छापेमारी की जाएगी।
गुप्त सूचना तंत्र को मजबूत किया जाएगा ताकि तस्करों की जानकारी पहले से मिले।
नशामुक्ति केंद्रों के साथ मिलकर युवाओं को जागरूक किया जाएगा।
शहर के होटलों, ढाबों और बारों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
बिलासपुर पुलिस की इस कार्रवाई को अवैध नशे के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी चोट माना जा रहा है। हजारों लीटर शराब के नष्ट होने से साफ संदेश गया है कि अब जिले में अवैध शराब तस्करी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह कदम न केवल अपराध पर नियंत्रण लाने में मदद करेगा, बल्कि समाज को नशे की बुराइयों से मुक्त करने की दिशा में भी एक बड़ा बदलाव लाएगा। पुलिस प्रशासन की सख्ती और जनता के समर्थन से बिलासपुर जल्द ही “अवैध नशा मुक्त जिला” बनने की ओर अग्रसर होगा।