
कॉलोनी और फ्लैट मालिकों के लिए बड़ी खबर: अब मेंटनेंस चार्ज चुकाना होगा अनिवार्य, रेरा ने जारी किए नए दिशानिर्देश
कॉलोनी और फ्लैट मालिकों के लिए बड़ी खबर: अब मेंटनेंस चार्ज चुकाना होगा अनिवार्य, रेरा ने जारी किए नए दिशानिर्देश
रायपुर, 08 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) ने कॉलोनी और फ्लैट्स के हस्तांतरण और उनके मेंटनेंस चार्ज को लेकर एक महत्वपूर्ण स्पष्टीकरण जारी किया है। नए नियमों के तहत, प्रत्येक आवंटित व्यक्ति के लिए मेंटनेंस चार्ज का भुगतान अनिवार्य होगा। यदि कोई व्यक्ति इस भुगतान से बचता है, तो उसकी शिकायत रेरा में दर्ज कराई जा सकती है, और उसे ब्याज सहित भुगतान करना होगा।
मेंटनेंस चार्ज को लेकर नई व्यवस्था
रेरा ने स्पष्ट किया है कि किसी भी कॉलोनी या अपार्टमेंट के निर्माण के बाद उसे एक पंजीकृत सोसाइटी को हस्तांतरित किया जाता है, जो उसकी देखरेख और सुविधाओं के रखरखाव की जिम्मेदारी लेती है। यह सोसाइटी निवासियों से निर्धारित मेंटनेंस चार्ज वसूलती है, जिससे कॉलोनी या अपार्टमेंट परिसर की स्वच्छता, सुरक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाओं को बनाए रखा जा सके।
रेरा के मुताबिक, यदि कोई आवंटित व्यक्ति मेंटनेंस चार्ज का भुगतान नहीं करता है, तो संबंधित सोसाइटी इस मामले को रेरा के समक्ष प्रस्तुत कर सकती है। इसके बाद, प्राधिकरण न केवल व्यक्ति को बकाया राशि चुकाने के लिए बाध्य करेगा, बल्कि उस पर ब्याज भी लागू कर सकता है।
नए नियमों के पीछे उद्देश्य
रेरा अधिकारियों के अनुसार, मेंटनेंस चार्ज को लेकर कई विवाद सामने आ रहे थे, जिनमें सोसाइटी और फ्लैट/प्लॉट मालिकों के बीच भुगतान को लेकर असहमति देखने को मिल रही थी।
कई लोग मेंटनेंस चार्ज नहीं चुकाते थे, जिससे अन्य निवासियों पर आर्थिक दबाव बढ़ता था और सोसाइटी के रखरखाव कार्य प्रभावित होते थे। इस समस्या के समाधान के लिए रेरा ने यह स्पष्ट किया है कि मेंटनेंस चार्ज हर स्थिति में भुगतान करना होगा।
क्या होगा अगर कोई मेंटनेंस चार्ज नहीं चुकाएगा?
शिकायत का अधिकार: यदि कोई व्यक्ति मेंटनेंस चार्ज चुकाने से इंकार करता है, तो सोसाइटी इसकी शिकायत रेरा में दर्ज करा सकती है।
ब्याज सहित वसूली: ऐसे मामलों में बकाया राशि के साथ-साथ ब्याज भी वसूला जाएगा।
संपत्ति जब्ती का खतरा: यदि बार-बार नोटिस देने के बावजूद भी भुगतान नहीं किया जाता है, तो कानूनी कार्रवाई के तहत संबंधित संपत्ति को जब्त करने की कार्यवाही की जा सकती है।
नए दिशा-निर्देशों से क्या होगा बदलाव?
सुव्यवस्थित मेंटनेंस प्रणाली: रेरा के इस निर्णय से कॉलोनी और अपार्टमेंट्स में रहने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
सोसाइटी के अधिकारों को मजबूती: अब सोसाइटी को मेंटनेंस चार्ज वसूलने में ज्यादा कानूनी समर्थन मिलेगा।
न्यायिक प्रक्रिया में तेजी: अब मेंटनेंस चार्ज विवादों का निपटारा जल्दी होगा, जिससे लंबित मामलों में कमी आएगी।
मेंटनेंस चार्ज से जुड़े अन्य विवादों का निपटारा
रेरा ने स्पष्ट किया कि यदि कोई आवंटित व्यक्ति अपने एलॉटमेंट डीड में निर्धारित मेंटनेंस चार्ज या अन्य शर्तों का उल्लंघन करता है, तो ऐसे मामलों की सुनवाई रेरा के पास होगी। हालांकि, मेंटनेंस चार्ज की दरों में बदलाव से जुड़े विवाद सहकारिता अधिनियम के अंतर्गत निपटाए जाएंगे।
नए नियमों का पालन क्यों जरूरी?
रेरा के नए दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
यदि कोई व्यक्ति लंबे समय तक मेंटनेंस चार्ज का भुगतान नहीं करता है, तो उसकी संपत्ति पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
नए नियमों से सोसाइटी का प्रशासनिक कामकाज आसान होगा और कॉलोनी व फ्लैट्स की स्थिति में सुधार आएगा।
रेरा ने सभी कॉलोनी और फ्लैट निवासियों को सलाह दी है कि वे मेंटनेंस चार्ज समय पर चुकाएं और किसी भी प्रकार के विवाद से बचें। साथ ही, यदि कोई सोसाइटी मेंटनेंस चार्ज का दुरुपयोग कर रही है, तो इसकी शिकायत भी रेरा में की जा सकती है।
रेरा द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों से कॉलोनी और फ्लैट्स में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब हर निवासी को मेंटनेंस चार्ज चुकाना अनिवार्य होगा, जिससे सोसाइटी में सुविधाएं बनी रहेंगी और किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता पर रोक लग सकेगी। यदि किसी को मेंटनेंस चार्ज को लेकर कोई समस्या है, तो वह रेरा में शिकायत दर्ज करा सकता है। यह निर्णय रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता लाने और निवासियों के अधिकारों की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।