
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: अम्बिकापुर, उदयपुर और मैनपाट में नवनिर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष घोषित
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: अम्बिकापुर, उदयपुर और मैनपाट में नवनिर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष घोषित
अम्बिकापुर,त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव के तहत अम्बिकापुर, उदयपुर और मैनपाट जनपद पंचायतों में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई। निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई, जिसमें सभी नवनिर्वाचित सदस्य शामिल हुए। मतदान के बाद हुए मतगणना में विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की गई।
अम्बिकापुर जनपद पंचायत: विक्रम सोन पाकर अध्यक्ष और सतीश कुमार यादव उपाध्यक्ष निर्वाचित
जनपद पंचायत अम्बिकापुर में अध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया। मतगणना के अनुसार, विक्रम सोन पाकर को 13 मत मिले, जबकि राम शरण सिंह को 12 मत प्राप्त हुए। इस तरह विक्रम सोन पाकर को अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित घोषित किया गया। वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए सतीश कुमार यादव ने विजय व्यापारी को 16-9 मतों से हराया और उपाध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया।
उदयपुर जनपद पंचायत: ओम प्रकाश सिंह अध्यक्ष और सिद्धार्थ कुमार सिंह देव उपाध्यक्ष निर्वाचित
उदयपुर जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान के बाद ओम प्रकाश सिंह ने 08 मत प्राप्त कर जीत हासिल की, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी मुन्ना सिंह को 05 मत मिले। इसी प्रकार, उपाध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव हुआ, जिसमें सिद्धार्थ कुमार सिंह देव ने 08 मत प्राप्त कर शकुंतला को 05 मतों से पराजित किया।
मैनपाट जनपद पंचायत: संतोषी पैकरा अध्यक्ष और अनिल सिंह उपाध्यक्ष बने
मैनपाट जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली। संतोषी पैकरा को 09 मत मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी सुशिला खेस को 08 मत प्राप्त हुए। इस तरह संतोषी पैकरा को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित घोषित किया गया। उपाध्यक्ष पद के लिए अनिल सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया
तीनों जनपद पंचायतों में निर्वाचन प्रक्रिया पूर्णतः शांतिपूर्ण रही। पीठासीन एवं सह पीठासीन अधिकारियों ने समयानुसार चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ कराई और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित किया। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई थीं।
नवनिर्वाचित नेताओं के प्रति जनता की अपेक्षाएँ
जनपद पंचायतों में निर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्षों से जनता को नई योजनाओं और विकास कार्यों की उम्मीदें हैं। विशेष रूप से, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े मुद्दों के समाधान की अपेक्षा की जा रही है। नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों के विकास के लिए संकल्प लिया और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का आश्वासन दिया।
चुनाव परिणामों के बाद हर्ष और उत्साह का माहौल
चुनाव परिणामों की घोषणा होते ही समर्थकों और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। विभिन्न जनपद पंचायतों में विजयी प्रत्याशियों के पक्ष में जश्न मनाया गया। विजेताओं ने अपनी जीत को जनता की जीत बताते हुए उनके विश्वास को बनाए रखने की बात कही।
राजनीतिक समीकरण और भविष्य की रणनीति
इन चुनाव परिणामों से राजनीतिक परिदृश्य में भी कई नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं। पंचायत स्तर पर नई रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं, जिससे ग्रामीण विकास को गति दी जा सके। नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के लिए आने वाले वर्ष चुनौतीपूर्ण होंगे, क्योंकि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
आगे की राह
नए नेतृत्व के सामने सबसे बड़ी चुनौती ग्रामीण विकास की गति को तेज करना और जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान निकालना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नवनिर्वाचित प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में कैसे बदलाव लाते हैं और किस प्रकार प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुधारते हैं।