
सरगुजा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस आक्रोशित, पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
सरगुजा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस आक्रोशित, पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
अंबिकापुर, सरगुजा। जिले में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं और गिरती कानून-व्यवस्था को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने गहरी नाराजगी जताई है। हाल ही में हुई घटनाओं को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल को ज्ञापन सौंपकर अपराधों पर तत्काल अंकुश लगाने और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
ज्ञापन में कांग्रेस कमेटी ने 28 मार्च 2025 की रात को अंबिकापुर में हुई एक बर्बर घटना का जिक्र किया, जिसमें सूरजपुर निवासी संजय सिंह के साथ शिवधारी कॉलोनी के पास रिंग रोड पर सामान्य सड़क दुर्घटना के बाद बेरहमी से मारपीट की गई। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था की कमजोर स्थिति को दर्शाती है, बल्कि आम नागरिकों में भय और आक्रोश भी पैदा कर रही है। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में रोष व्याप्त है, और आमजन इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
ज्ञापन में कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि जबसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आई है, तब से अपराधों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। शहर में एक के बाद एक गंभीर अपराध सामने आ रहे हैं, जिनमें हत्या, लूट, डकैती, गैंगवार, महिलाओं के खिलाफ अपराध और संगठित आपराधिक गतिविधियां शामिल हैं।
कुछ ही दिन पहले दर्रीपारा क्षेत्र में लेन-देन के विवाद को लेकर असामाजिक तत्वों ने एक घर पर हमला कर दिया था, जिसमें महिलाओं के साथ मारपीट भी की गई। इसी तरह, शहर के व्यस्ततम स्थानों में से एक अग्रसेन चौक के पास भी एक युवक और उसके वाहन पर हमला किया गया। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि अपराधियों में कानून का कोई भय नहीं बचा है, और वे खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं
सरगुजा जिले में हाल ही में गैंगवार की घटनाएं बढ़ी हैं, और इनमें नाबालिगों की संलिप्तता भी देखी जा रही है। नाबालिग लड़कों के गुट खुलेआम सड़कों पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे आम नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है। इसके अलावा, जेलों में बंद अपराधियों के पास मोबाइल फोन की उपलब्धता इस ओर इशारा करती है कि अपराधियों को अंदर से संरक्षण मिल रहा है।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी तेजी आई है। यौन अपराधों की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। साथ ही, चोरी और लूट की वारदातों में भी भारी इजाफा हुआ है, जिससे शहरवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
ज्ञापन में कांग्रेस कमेटी ने सूरजपुर में हुई एक जघन्य हत्या का भी उल्लेख किया। कुछ ही दिनों पहले पुलिस आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और पुत्री की नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस घटना से पूरे समाज में गहरा आक्रोश था, और लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
इसी तरह, 28 मार्च को अंबिकापुर में संजय सिंह पर हुए हमले के बाद भी पूरे जिले में आक्रोश है। शहर के विभिन्न सामाजिक संगठन और आम नागरिक इस घटना के दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी ने ज्ञापन में मांग की कि पुलिस प्रशासन मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए मुख्य आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार करे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से स्पष्ट होता है कि इस हमले में कई लोग शामिल थे। ऐसे में, सभी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना आवश्यक है।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व इस अपराध की आड़ में शहर का सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यदि पुलिस प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच करे और अपराधियों को सख्त सजा दिलाए, तो ऐसे साम्प्रदायिक तत्वों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी।
ज्ञापन में पुलिस अधीक्षक से अपील की गई कि वे पूरे जिले में सख्त पुलिसिंग व्यवस्था लागू करें, जिससे अपराधियों में कानून का भय पैदा हो और आम जनता का पुलिस पर भरोसा बहाल हो सके। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि शहर में गश्त व्यवस्था को मजबूत किया जाए, असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाए, और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि यदि पुलिस प्रशासन जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी और कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस कदम नहीं उठाता, तो कांग्रेस कमेटी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साफ किया कि वे आम जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बहाली के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
सरगुजा जिले में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं ने आम जनता को भयभीत कर दिया है। कांग्रेस ने इस स्थिति को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और जिले में कानून-व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इस ज्ञापन पर क्या कार्रवाई करता है और जिले में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।