
कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन अहमदाबाद में शुरू, प्रियंका गांधी को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
अहमदाबाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत हुई। पहले दिन CWC बैठक में प्रियंका गांधी को नई जिम्मेदारी देने पर विचार। खड़गे, सोनिया और राहुल गांधी ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी।
गुजरात में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू: प्रियंका गांधी को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
अहमदाबाद। 8 अप्रैल 2025 | गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में शनिवार से कांग्रेस पार्टी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो गया है। इस अधिवेशन को आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई बड़े फैसलों पर मंथन हुआ।
बैठक की सबसे अहम चर्चा का केंद्र प्रियंका गांधी वाड्रा रहीं, जिनके कंधों पर पार्टी कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें उत्तर भारत की चुनावी रणनीति का प्रमुख चेहरा बना सकती है, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में।
सम्मान के साथ हुई शुरुआत: सरदार पटेल को श्रद्धांजलि
अधिवेशन की शुरुआत सरदार वल्लभभाई पटेल के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ राष्ट्र निर्माता सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी।
यह कदम प्रतीकात्मक रूप से भाजपा के गढ़ माने जाने वाले गुजरात में कांग्रेस की उपस्थिति को मज़बूती से दर्शाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है।
CWC बैठक: संगठन विस्तार और चुनावी रणनीति पर मंथन
अधिवेशन के पहले दिन आयोजित कार्यसमिति बैठक में कई प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई:
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आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीटों के बंटवारे, गठबंधन की स्थिति और सोशल मीडिया अभियान पर रणनीति।
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संगठनात्मक ढांचे में बदलाव की संभावनाएं, खासकर युवा नेताओं को आगे लाने की तैयारी।
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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और संभावित दूसरी यात्रा की समीक्षा।
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विपक्षी दलों के साथ समन्वय के लिए बनी गठबंधन कमेटी की रिपोर्ट।
बैठक के बाद सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी की चुनावी रणनीति का अहम चेहरा बनाया जा सकता है। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर पर प्रभारी बनाए जाने पर विचार चल रहा है।
नेताओं के बयान
मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष):
“देश में लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय पर हमले हो रहे हैं। हमें एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हर स्तर पर तैयार रहना होगा।”
राहुल गांधी:
“देश में नफरत और डर का माहौल फैलाया जा रहा है। हमारी पार्टी मोहब्बत की दुकान खोलने वाली है। हम जनसंवाद को ताकत देंगे और जनता की आवाज़ बनकर उभरेंगे।”
सोनिया गांधी:
“यह समय आत्मविश्लेषण और आत्मबल बढ़ाने का है। कार्यकर्ता ही हमारी असली ताकत हैं। उन्हें आगे बढ़ाकर ही हम सत्ता तक पहुंच सकते हैं।”
राजनीतिक संकेत और अहम संदेश
कांग्रेस का यह अधिवेशन ऐसे समय हो रहा है जब पार्टी को कई राज्यों में चुनावों का सामना करना है। गुजरात में अधिवेशन करना न केवल राजनीतिक रूप से एक साहसिक कदम है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि पार्टी भाजपा के गढ़ में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है।
प्रियंका गांधी को महत्वपूर्ण भूमिका देने की चर्चा कांग्रेस के नेतृत्व परिवर्तन और युवाओं को मौका देने की मंशा का संकेत है।
अधिवेशन का दूसरा दिन: क्या हो सकते हैं बड़े फैसले?
अधिवेशन के दूसरे दिन निम्न बिंदुओं पर निर्णय लिए जाने की संभावना है:
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संगठन में नई नियुक्तियां
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चुनाव घोषणा पत्र की रूपरेखा
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महिला एवं युवा मोर्चा को विशेष भूमिका
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विपक्षी एकता को लेकर ठोस प्रस्ताव
इसके अलावा, अधिवेशन के समापन समारोह में कांग्रेस का भविष्य की दिशा तय करने वाला “अहमदाबाद संकल्प पत्र” भी जारी किया जा सकता है।