
छत्तीसगढ़ में एच.आई.वी. रोकथाम की नई पहल, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में ओ.एस.टी. केन्द्र का शुभारंभ
छत्तीसगढ़ सरकार ने एच.आई.वी. और नशा नियंत्रण के लिए गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में सेटेलाइट ओ.एस.टी. केन्द्र की शुरुआत की। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया शुभारंभ। जानें अभियान से जुड़ी प्रमुख बातें।
एच.आई.वी. संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की बड़ी पहल: मंत्री जायसवाल ने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में सेटेलाइट ओ.एस.टी. केन्द्र का किया शुभारंभ
रायपुर – छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एच.आई.वी. संक्रमण की रोकथाम और नशे की लत के कारण होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए राज्य में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के जिला चिकित्सालय में सेटेलाइट ओपियोइड सब्स्टीट्यूशन थैरेपी (ओ.एस.टी.) केन्द्र की स्थापना की गई है, जिसका शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया।
वनांचल क्षेत्र में एच.आई.वी. के खिलाफ सशक्त पहल
यह केन्द्र खासकर उन युवाओं के लिए उपयोगी है जो इंजेक्शन के माध्यम से मादक पदार्थों का सेवन करते हैं। यहां प्रशिक्षित डॉक्टरों की देखरेख में वैकल्पिक सुरक्षित दवाएं दी जाएंगी जिससे एच.आई.वी. व हेपेटाइटिस संक्रमण की संभावनाएं कम होंगी।
राज्य स्तर पर एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा
हाल ही में हुई समीक्षा बैठक में राज्य के स्वास्थ्य सचिव, आयुक्त और एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना संचालक शामिल हुए। बैठक में तय किया गया कि:
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नए एच.आई.वी. मामलों की शीघ्र पहचान और इलाज के लिए एकीकृत स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।
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लक्षित समूहों को ए.आर.टी. केन्द्रों से जोड़ा जाएगा।
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एच.आई.वी. संक्रमित गर्भवती महिलाओं की 100% स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाएगी।
जनजागरूकता और प्रशिक्षण भी जारी
राज्य के सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों को संवेदनशील बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही, समाज में एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव मिटाने हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जनता से अपील: समाज में एच.आई.वी. से पीड़ित व्यक्तियों के प्रति सहानुभूति रखें और इस अभियान को सफल बनाने में योगदान दें।