
छत्तीसगढ़ के 17 वनग्रामों में पहली बार पहुंची बिजली, ग्रामीणों ने पटाखे फोड़कर मनाया जश्न
छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के 17 दुर्गम वनग्रामों में पहली बार पहुंची बिजली। मुख्यमंत्री मजराटोला योजना के तहत 3 करोड़ की लागत से पूरा हुआ कार्य। ग्रामीणों में हर्षोल्लास।
आजादी के बाद पहली बार दुर्गम वनों के 17 गांवों में पहुंची बिजली, ग्रामीणों ने मनाया जश्न
मोहला, 15 मई 2025 | रिपोर्ट: प्रदेश खबर नेटवर्क
छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित और अत्यंत सघन वनों से घिरे मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी ज़िले के 17 वनग्रामों में आजादी के 75 वर्षों बाद पहली बार बिजली पहुंची। मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत 3 करोड़ रुपये की लागत से यह ऐतिहासिक कार्य संपन्न हुआ।
विद्युत विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में ग्राम टाटेकसा में 25 केवीए का ट्रांसफार्मर चार्ज कर योजना की शुरुआत की गई। इस अवसर पर ग्रामीणों ने बिजली आने की खुशी में जमकर पटाखे फोड़े और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया।
इन 17 गांवों – कातुलझोरा, कट्टापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पीटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटाटोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा और कुंजकन्हार – में कुल 540 परिवार निवासरत हैं, जिनमें से 275 को अब तक विद्युत कनेक्शन मिल चुका है।
इन गांवों में 45 किमी 11 केवी लाइन, 87 पोल और 17 ट्रांसफार्मर लगाए गए। इस कठिन कार्य में बिजली विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग का भी सहयोग रहा। ग्रामीणों का जीवन अब लालटेन और सौर प्लेट की निर्भरता से मुक्त होकर परंपरागत बिजली की रोशनी में रोशन हो उठा है।
राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री शिरीष सेलट ने कहा
“यह कार्य सघन वनों और दुर्गम पहुंच मार्गों के कारण अत्यंत चुनौतीपूर्ण था, लेकिन टीम की मेहनत और जनसहयोग से यह संभव हो पाया।”