
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे बिलासपुर के आमागोहन गांव, सुशासन तिहार में की घोषणाएं
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुशासन तिहार के तहत बिलासपुर जिले के आदिवासी ग्राम आमागोहन में समाधान शिविर में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कॉलेज, विद्युत सब स्टेशन और सामुदायिक भवन की घोषणा की। 2265 में से 2212 आवेदनों का मौके पर हुआ निराकरण।
जो सरकार अच्छा काम करती है वह जनता के बीच जाने से नहीं कतराती: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर, 19 मई 2025। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को बिलासपुर जिले के कोटा ब्लॉक के आदिवासी बहुल ग्राम आमागोहन में आयोजित समाधान शिविर में भाग लिया। यह शिविर राज्य सरकार की “सुशासन तिहार” पहल का हिस्सा है, जिसमें सरकार सीधे ग्रामीणों के बीच पहुंचकर योजनाओं की जमीनी हकीकत को जान रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने बीते डेढ़ साल में जनता के हित में कार्य किया है। इसलिए जनता के बीच आकर योजनाओं का रिपोर्ट कार्ड ले रहे हैं। सुशासन तिहार सरकार और जनता के बीच संवाद का माध्यम है।”
🔸 समाधान शिविर में मुख्यमंत्री की घोषणाएं:
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बेलगहना में कॉलेज की स्थापना
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आमागोहन में 33 केवी विद्युत सब स्टेशन
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सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा
🔹 मुख्यमंत्री ने गिनाई उपलब्धियां:
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18 लाख पीएम आवास स्वीकृत
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धान खरीदी ₹3100 प्रति क्विंटल, 21 क्विंटल प्रति एकड़
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2 वर्षों से लंबित बोनस का भुगतान
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70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ
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तेंदूपत्ता मानक बोरा दर ₹4000 से ₹5500
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अटल डिजिटल सेवा केंद्र की शुरुआत – 1460 पंचायतों में कार्यरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जाति, निवास और अन्य दस्तावेज गाँव में ही उपलब्ध होंगे। बैंकों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रहेगी।
🔸 लाभार्थियों की जुबानी योजनाओं की सफलता:
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पीएम आवास: छोटे लाल ने बताया कि अब उन्हें पक्के घर में रहने से सुरक्षा और सुविधा है।
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महतारी वंदन योजना: विमला बाई पुरी ने हर महीने मिलने वाले ₹1000 से अपनी नतनी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश किया।
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जनमन योजना: दिलेशरी खुसरो को आयुष्मान कार्ड मिला, जिससे ₹5 लाख तक इलाज की सुविधा मिलेगी।
युवा प्रतिभाओं को सम्मानित कर बढ़ाया उत्साह:
मुख्यमंत्री ने 10वीं-12वीं बोर्ड में उत्कृष्ट अंक लाने वाले बच्चों को सम्मानित किया और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री को दीपिका और देवी सिंह खुसरो ने स्वयं द्वारा बनाया गया पोट्रेट भेंट किया।
आवेदन और निराकरण का आँकड़ा:
समाधान शिविर में कुल 2265 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2212 का मौके पर निराकरण किया गया। यह शिविर 11 गाँवों के क्लस्टर में आयोजित हुआ था।