
राजनांदगांव जिला अस्पताल में जलभराव की समस्या पर कलेक्टर सख्त, 3.56 करोड़ से हो रहा प्लिंथ लेवल का उन्नयन
कलेक्टर डॉ. भुरे ने राजनांदगांव जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान हेतु निर्माण कार्यों को तय समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
राजनांदगांव जिला चिकित्सालय का निरीक्षण: जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के निर्देश
राजनांदगांव, 29 मई 2025 – कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए निर्माणाधीन और मरम्मत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि भूतल में जलभराव की समस्या के समाधान हेतु निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण किया जाए, ताकि आगामी वर्षा ऋतु में मरीजों और आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रमुख निरीक्षण बिंदु:
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मेजर ऑपरेशन थियेटर, महिला सर्जिकल वार्ड, पुरुष वार्ड, और ENT वार्ड का भौतिक निरीक्षण।
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निर्माण कार्य के चलते प्रभावित वार्डों को दूसरे फ्लोर में शिफ्ट करने के निर्देश।
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पाइपलाइन क्षति की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरतने की हिदायत।
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अस्पताल परिसर के खाली स्थान को गार्डन में बदलने का प्रस्ताव।
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मातृशिशु अस्पताल की साफ-सफाई की विशेष जांच।
उन्नयन कार्य पर 3.56 करोड़ की प्रशासनिक मंजूरी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शासकीय अस्पताल रूपांतरण कोष के तहत, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड को ₹3.56 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय के भूतल का प्लिंथ लेवल ऊपर उठाया जा रहा है। यह कार्य मिशन मोड में संचालित किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित प्रमुख अधिकारी:
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अतुल विश्वकर्मा – आयुक्त, नगर निगम
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प्रकाश टंडन – डिप्टी कलेक्टर
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डॉ. नेतराम नवरतन – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
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डॉ. यू.एस. चंद्रवंशी – सिविल सर्जन
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संदीप ताम्रकार – डीपीएम