
मध्यप्रदेश : बरकतउल्ला विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी विद्यार्थियों को उपाधि
भोपाल में आयोजित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 78 हजार विद्यार्थियों को उपाधि और 21 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। समारोह में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, रोजगारपरक पाठ्यक्रम और डिजिटल वैल्यूएशन पर भी हुआ जोर।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह: राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 78 हजार विद्यार्थियों को उपाधि व स्वर्ण पदक प्रदान किए
भोपाल में आयोजित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 78 हजार विद्यार्थियों को उपाधि और 21 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। समारोह में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, रोजगारपरक पाठ्यक्रम और डिजिटल वैल्यूएशन पर भी हुआ जोर।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी विद्यार्थियों को उपाधि
भोपाल, 8 सितम्बर 2025। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल में आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 78 हजार विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर विद्यार्थियों को पीएचडी, स्नातकोत्तर, स्नातक उपाधियों के साथ 21 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए।
राज्यपाल का संदेश
राज्यपाल पटेल ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने माता-पिता और गुरुजनों के योगदान के प्रति सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए। उन्होंने दीक्षांत शपथ का पालन जीवनभर करने की प्रेरणा दी और कहा कि यह केवल डिग्री प्राप्त करने का उत्सव नहीं, बल्कि वर्षों की मेहनत, अनुशासन और मार्गदर्शन का परिणाम है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “विकसित भारत” के सपने को साकार करने में विश्वविद्यालयों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का संबोधन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा को भारतीय परंपरा के अनुरूप नई दिशा दी जा रही है। राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति सबसे पहले 2020 में लागू की गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि संकाय, फैशन डिजाइनिंग, मेडिकल और तकनीकी विषयों के रोजगारपरक पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि “21वीं सदी भारत की होगी और भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।”
मंत्री इंदर सिंह परमार का वक्तव्य
तकनीकी एवं उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि अब प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में डिजिटल वैल्यूएशन शुरू किया जाएगा और विद्यार्थियों को ऑनलाइन कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षा नीति के तहत सभी विश्वविद्यालयों में 1 या 2 भाषाओं की पढ़ाई भी अनिवार्य की जाएगी।
कुलगुरु का आह्वान
कुलगुरु प्रो. सुरेश कुमार जैन ने विद्यार्थियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि “आप जहां भी जाएं, अपने विश्वविद्यालय और शहर को न भूलें, सदैव सत्य और धर्म के मार्ग पर चलें तथा अपनी ऊर्जा राष्ट्र और समाज के कल्याण में लगाएं।”
समारोह की विशेषताएँ
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलन कर किया शुभारंभ
विश्वविद्यालयीन स्मारिका और पुस्तक का लोकार्पण
54 हजार स्नातक, 23 हजार स्नातकोत्तर, 190 पीएचडी विद्यार्थियों को उपाधि
21 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल
विश्वविद्यालय को NAAC से “A” ग्रेड और ग्लोबल वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में स्थान मिलने पर बधाई
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, आयुक्त प्रबल सिपाहा, कुल सचिव अनिल शर्मा, संकायाध्यक्ष, विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित रहे।